Money: कोविड-19 संक्रमण (Covid-19 Epidemic) के समय में लोगों में इंश्योरेंस (Insurance) की अहमियत बढ़ी है और टर्म प्लान प्रोडक्ट्स की डिमांड बढ़ी है लेकिन नए वित्त वर्ष में कई लाइफ इंश्योरेंस कंपनियां टर्म प्लान (Life Insurance Term Plan) प्रीमियम में 10 परसेंट तक बढ़ोतरी कर सकती हैं. रीइंश्योरेंस प्रीमियम (reinsurance premium) में बढ़ोतरी की वजह से कंपनियों को टर्म प्लान प्रीमियम में बढ़ोतरी करनी पड़ेगी. कोविड की वजह से दुनिया भर में मोरटेलिटी दर से री-इंश्योरएंस प्रीमियम पर असर पड़ा है. कंपनियों के मुताबिक नॉन मेडिकल रीइंश्योरेंस प्रीमियम में 25% तक की बढ़ोतरी हुई है.

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रीइंश्योरेंस प्रीमियम पर दबाव का असर (Effect of pressure on reinsurance premium)

जानकारों के मुताबिक रीइंश्योरेंस प्रीमियम (reinsurance premium) पर दबाव की वजह से कंपनियों को टर्म प्लान प्रीमियम में बढ़ोतरी करनी  पड़ेगी लेकिन जिन कंपनियों ने पिछले साल ज्यादा बढ़ोतरी की थी या ज्यादा वॉल्यूम में कारोबार वाली कंपनियां ग्राहकों को प्रीमिमय पास ऑन नहीं भी कर सकती हैं.

1 अप्रैल से बढ़ सकती हैं दरें (Rates may increase from 1 April)

लाइफ इंश्योरेंस टर्म प्लान की दरों में आगामी 1 अप्रैल से बढ़ोतरी हो सकती हैं. खबर के मुताबिक, इंश्योरेंस कंपनियों ने कोरोनाकाल में 1250 करोड़ रुपये का क्लेम सेटमलेंट सिर्फ कोरोना से जुड़े मामलों में किया है.

टर्म इंश्योरेंस देता है परिवार को आर्थिक सुरक्षा (Term insurance gives financial security to the family)

टर्म इंश्योरेंस एक तरह से लाइफ इंश्योरेंस (Life insurance) का हिस्सा है जिसमें लाइफ की अनिश्चितताओं के खिलाफ एक बड़ी आर्थिक सुरक्षा मुहैया कराता है. आप जो टर्म इंश्योरेंस प्लान लेते हैं, उसके आधार पर पॉलिसी पीरियड के बीच आपके असामयिक मृत्यु की स्थिति में आपके परिवार को सम एश्योर्ड अमाउंट दी जाती है.

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