इंश्योरेंस सेक्टर (Insurance Sector) में इनोवेशन को बढ़ावा देने के लिए IRDAI ने सैंडबॉक्स (Sandbox) नियमों के तहत नए पायलट प्रोडक्ट्स को मंजूरी दी है. जीवन बीमा में ये पहली बार होगा की अच्छा स्वास्थ्य रखने पर आपका प्रीमियम कम होगा और स्वास्थ्य का ध्यान नहीं रखने पर प्रीमियम ज्यादा होगा. नए प्रोडक्ट्स सिर्फ क्रिटिकल इलनेस और टर्म प्लान पॉलिसी के लिए होंगे.

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खास बातें

- जीवन बीमा का प्रीमियम का अब होगा हेल्थ कनेक्शन

- हेल्थ से जीवन बीमा प्रीमियम बढ़ेगा या घटेगा

- Term प्लान, क्रिटिकल इलनेस प्लान के लिए प्रोडक्ट्स

- जीवन बीमा में हर साल एक समान प्रीमियम नहीं होगा

- अच्छी हेल्थ पर प्रीमियम कम होगा

- हेल्थ स्कोर खराब होने पर प्रीमियम बढ़ेगा

- IRDAI ने कंपनियों को पायलट प्रॉडक्ट की मंजूरी दी

- जीवन बीम में पहली बार हेल्थ लिंक्ड प्रोडक्ट

- मौजूदा प्रोडक्ट से अलग होंगे नए प्रोडक्ट

- टेकनोलॉजी और एप के जरिए बीमा जरिए जानेगी हेल्थ स्कोर

- नए प्रोडक्ट की कुछ कंपनियों को मिली मंजूरी

- IRDAI का प्रोडक्ट इनोवेशन और फ्लैक्सबलिटी पर जोर

आपको बता दें कि बाजार में हरेक पॉलिसी की लाभ और शर्तें अलग हैं. इससे ग्राहकों को होने वाली समस्या दूर करने के लिये बीमा नियामक IRDA ने सभी बीमा कंपनियों को 1 लाख रुपए से 5 लाख रुपए तक की एक स्‍टैंडर्ड हेल्‍थ इंश्‍योरेंस (standard individual health insurance policy) पॉलिसी मुहैया कराने को कहा था. 

IRDA ने दिशानिर्देश जारी किए

IRDAI ने इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं. इसके मुताबिक हेल्‍थ इंश्‍योरेंस मार्केट में मेडिकल इंश्‍योरेंस की ढेर सारी पॉलिसी हैं. हर पॉलिसी के फीचर अलग हैं, जिसके कारण सही उत्पाद चुनना मुश्किल हो जाता है. अत: बीमा कंपनियों के लिये यह जरूरी है कि वे स्‍टैंडर्ड हेल्‍थ इंश्‍योरेंस पॉलिसी की पेशकश करें. 

आरोग्य संजीवनी पॉलिसी

IRDAI ने कहा कि इस पॉलिसी का नाम आरोग्य संजीवनी पॉलिसी (Arogya Sanjeevani Policy) होगा. कंपनियां अपना नाम जोड़कर इसे बेच सकती हैं. दस्तावेजों में इसे छोड़ किसी अन्य नाम का जिक्र नहीं होना चाहिए. यह पॉलिसी ग्राहकों की सभी चिकित्सा जरूरतों को कवर करेगी. इसके तहत अधिकतम 5 लाख रुपये और न्यूनतम 1 लाख रुपये का कवरेज होगा. 

सभी बीमारी का कवरेज

IRDAI ने कहा कि इस पॉलिसी में जरूरी तौर पर सभी चिकित्सा जरूरतों का कवर होगा. इसमें किसी प्रकार के एड-ऑन या ऑप्‍शनल कवरेज की पेशकश नहीं होगी. कंपनियां इरडा के दिशानिर्देशों के दायरे में रहते हुए प्रस्तावित कवरेज के आधार पर इस पॉलिसी का प्रीमियम तय कर सकती हैं.