क्रेडिट कार्ड, पर्सनल लोन या फिर दूसरे लोन लेकर लोगों अपनी जरूरतों को पूरा करते हैं. लेकिन, अक्सर लोगों को इसका ब्याज चुकाने में पसीने छूट जाते हैं. पर्सनल लोन की ब्याज दर काफी ज्यादा होती है. वहीं, क्रेडिट कार्ड का बकाया समय पर भुगतान नहीं करने पर जेब पर ज्यादा चपत लगती है. ऐसे में एलआईसी पॉलिसी धारकों के लिए एक अच्छा ऑप्शन है. अगर आपके कोई एलआईसी की पॉलिसी है तो इस पर भी आपको लोन मिल सकता है. एलआईसी पॉलिसी पर लोन लेने के काफी फायदे मिलते हैं.

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LIC पॉलिसी पर लोन लेने वालों को बैंकों की तुलना में काफी कम ब्याज पर लोन मिलता है. साथ ही लोन को चुकाने की जल्दी भी नहीं रहती. लोन लेने वालों को सिर्फ 9 फीसदी पर ब्याज मिलता है. साथ ही यह लोन पूरी तरह से सिक्योर्ड रहता है. 

लोन लेने के लिए क्या करें?

LIC पॉलिसी पर लोन लेना काफी आसान है. इसके लिए आपको बैंकों की तरह जटिल प्रक्रिया से नहीं गुजरना होता. आपको पॉलिसी डॉक्यूमेंट्स के साथ एक कैंसिल चेक की कॉपी और पहचान पत्र के तौर पर कोई भी आईडी कार्ड जमा कराना होता है. डॉक्यूमेंट्स आप किसी भी एलआईसी शाखा में जमा करा सकते हैं. अपने एलआईसी एजेंट के जरिए भी आवेदन कर सकते हैं. लोन का अमाउंट 3 से 4 दिनों में आपके खाते में ट्रांसफर कर दिया जाता है.

कितना मिलता है पॉलिसी पर लोन?

अक्सर लोग पॉलिसी मैच्योर होने से पहले ही विथड्रॉल करते हैं. लेकिन, इसमें पॉलिसी होल्डर को नुकसान होता है. क्योंकि, समय से पहले पॉलिसी सरेंडर करने से पॉलिसी की वैल्यू कम हो जाती है. इससे बेहतर है पॉलिसी पर लोन लेकर अपनी जरूरत को पूरा कर लें. लोन अमाउंट आपकी पॉलिसी की कैश वैल्यू का 90 फीसदी तक मिल सकता है. हालांकि, इसके लिए आपको एलआईसी कार्यालय में इन्क्वायरी करनी होगी.

किसे मिल सकता है पॉलिसी पर लोन?

LIC पॉलिसी पर लोन लेने वालों के लिए शर्तें तय की गई हैं. लोन लेने वाला भारतीय नागरिक होना चाहिए. लोन सिर्फ उसे ही मिलेगा, जिसके पास LIC की कोई भी इंश्योरेंस पॉलिसी हो. लोन के लिए कम से कम तीन साल तक प्रीमियम भरने की अनिवार्यता है. लोन लेने के लिए पॉलिसी होल्डर की उम्र 18 साल से ज्यादा होनी चाहिए.

ऐसी पॉलिसी पर नहीं मिलेगा लोन

अगर आपके पास LIC की मनी बैक पॉलिसी है तो आप लोन लेने के हकदार नहीं हैं. क्योंकि, LIC अपनी इस पॉलिसी पर लोन ऑफर नहीं करता है. दरअसल, इस पॉलिसी में आपको एक निश्चित समय के बाद नियमित राशि मिलना शुरू हो जाती है. जिसकी वजह से पॉलिसी की वैल्यू उस राशि के मुताबिक घटने लगती है. इसलिए एलआईसी इस पॉलिसी पर लोन ऑफर नहीं करता.

कितना देना होता है ब्याज

एलआईसी पॉलिसी के बदले मिलने वाला लोन सिक्योर्ड लोन होता है. सालाना 9 फीसदी की दर से इस पर ब्याज लगता है. हालांकि, ब्याज की अवधि छमाही होती है. मतलब यह कि आपको 6 महीने में एक बार लोन पर ब्याज चुकाना होगा. हालांकि, सालाना के हिसाब से ही काउंट की जाएगी. अगर किसी वजह से आप तय समय पर ब्याज का भुगतान नहीं करते तो ब्याज की रकम को आपके मूलधन की रकम में जोड़ दिया जाता है और फिर इस रकम पर भी कपाउंडिंग के तहत ब्याज चुकाना पड़ता है. 

क्या है लोन लेने का सबसे बड़ा फायदा?

पॉलिसी के बदले लोन लेने का सबसे बड़ा फायदा है कि एलआईसी अपने लोन का भुगतान आपकी पॉलिसी रकम से काटकर कर लेता है. अगर आपकी पॉलिसी लोन की अवधि से पहले मैच्योर हो जाती है तो उस वक्त की वैल्यू में से लोन अमाउंट को काटकर बाकी रकम आपके खाते में ट्रांसफर कर दी जाती है.