जेट एयरवेज (Jet Airways) के प्रमोटर नरेश गोयल के ठिकानों पर आज प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने छापेमारी की है. दिल्ली और मुंबई में चल रही ED की यह छापेमारी फॉरेन एक्सचेंज से जुड़े नियम FEMA के उल्लंघन को लेकर है. जेट प्रिविलेज में एतिहाद की हिस्सेदारी 50 फीसदी से ज्यादा है. जबकि विदेशी निवेश के नियमों के तहत 49 फीसदी हिस्सेदारी ही होनी चाहिए थी. 

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ED यह समझना चाहता है कि जेट और एतिहाद की साझेदारी में बनी कंपनी में किस तरह विदेशी निवेश की सीमा 49 फीसदी से अधिक पहुंची. कॉरपोरेट अफेयर्स मंत्रालय ने भी जेट एयरवेज की जांच की थी. बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की आशंका जताते हुए जांच का मामला SFIO को ट्रांसफर कर दिया गया था. जांच एजेंसी SFIO जेट एयरवेज के खातों और प्रमोटर्स की जांच में जुटी है. 

इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने जेट एयरवेज की जनरल सेल्स एजेंसी की जांच में टैक्स चोरी का आरोप लगाया था. जेट एयरवेज पर बैंकों ने इन्‍सॉल्वेंसी का मामला मुंबई NCLT में दायर किया है. खरीदारों की तलाश जारी है. पैसों की तंगी के कारण एयरलाइन 17 अप्रैल को ठप हो गई थी.

गोयल के ठिकानों पर छापे

> दिल्ली, मुंबई में ED कर रही है ठिकानों पर छापेमारी

> FEMA नियमों के उल्लंघन पर ED कर रही है कार्रवाई

> जेट प्रिविलेज में एतिहाद का 50% से अधिक हिस्सेदारी

> हिस्सेदारी 49% की सीमा से अधिक पहुंचने की जांच

> FDI नियमों के तहत एविएशन में 49% ही विदेशी निवेश

> MCA की सिफारिश पर SFIO भी कर रही है केस की जांच

> IT डिपार्टमेंट भी इनकम टैक्स चोरी की जांच कर रहा है

> जेट एयरवेज़ पर IBC के तहत मुंबई NCLT में केस

> जेट के लिए नए खरीदार खोजने की कोशिश जारी

> पैसों की तंगी से जेट एयरवेज़ 17 अप्रैल से ठप है