Inflation Calculator: आप नौकरी करते हों या बिजनेस, हर महीने के जरूरी खर्च (monthly expenditure) का एक बजट होता है. समय-समय पर इस खर्च में बढ़ती महंगाई (Inflation) अपनी भूमिका निभाती है. यानी आपको खर्च समय के साथ बढ़ता जाता है. अगर आप आज कोई सामान किसी खास मूल्य के आस-पास खरीद रहे हैं या कोई सर्विस ले रहे हैं तो समय के साथ इस मद में आपको ज्यादा चुकाना (inflation impact on monthly expenses) होता है.

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लेकिन क्या आपने कभी यह सोचा है कि अगर आज के समय में आपका मंथली खर्च 25 हजार रुपये है तो 20 साल बाद भी इसी जरूरत को पूरा करने के लिए हर महीने कितनी लागत आएगी? अगर इसका मोटा-मोटी कैलकुलेशन करेंगे तो आपको शायद हैरानी होगी. आइए, यहां हम इन्फ्लेशन कैलकुलेटर (Inflation Calculator) के जरिये इसे समझने की कोशिश करते हैं. 

कैसे उसी खर्च के लिए अमाउंट हो जाता है बहुत ज्यादा  

mutualfundssahihai.com के महंगाई कैलकुलेटर के मुताबिक, अगर आप आज 25 हजार रुपये मंथली खर्च करते हैं तो 7 प्रतिशत की दर से हर साल बढ़ी महंगाई के हिसाब से 20 साल बाद इतनी ही रकम के लिए आपको 96,742.11 रुपये खर्च करने होंगे.यानी तब अभी के मुकाबले इतनी ही जरूरत के लिए करीब चार गुना खर्च हर महीने करेंगे.इसी तरह,  10 साल बाद यही खर्च 49,178.78 रुपये हो जाएगा. यानी आपके खर्च का मद वही रहेगा, लेकिन खर्च की मंथली रकम काफी बढ़ जाती है. अगर आप कुछ साल बाद का ही अंतर देखें तो 25 हजार रुपये का मंथली खर्च (Inflation) पांच साल बाद कैलकुलेशन (Inflation Calculator) के मुताबिक, 35,063.79 रुपये हो जाएगा.

निवेश पर मिलने वाला रिटर्न और महंगाई 

अगर आपने निवेश किया है तो उसपर भी महंगाई का असर देखने को मिल सकता है. उदाहरण के लिए (Inflation Calculator) के मुताबिक, मान लिया, अगर आपने 22 फरवरी 2023 को  2 साल के लिए 1 लाख रुपये का निवेश किया तो दो साल बाद 5.52 प्रतिशत की दर से रिटर्न सहित आपको कुव 1,11,345 रुपुये मिलते हैं. इनसे आप यह समझ पाएएंगे कि कैसे महंगाई और निवेश पर मिला रिटर्न का क्याअ असर होगा. जानकारों का कहना है कि अभी से महंगाई के खिलाफ निवेश की स्ट्रैटेजी बनाने से आपको परेशानी नहीं आती है.

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(यहां बता दें कि महंगाई का यह कैलकुलेटर सिर्फ एक उदाहरण के लिए हैं और यह वास्तविक रिटर्न नहीं है. म्युचुअल फंड में रिटर्न की निश्चित दर नहीं होती है और रिटर्न की दर की भविष्यवाणी करना संभव नहीं है.)