चालू वित्त वर्ष में अब तक शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह (Net Tax Collection) सालाना आधार पर 20 प्रतिशत बढ़कर 15.60 लाख करोड़ रुपये हो गया है. यह राशि 2023-24 के संशोधित अनुमानों का 80 प्रतिशत है. केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT) ने बयान में कहा, "प्रत्यक्ष कर संग्रह के अनंतिम आंकड़ों में लगातार वृद्धि दर्ज की जा रही है. ऐसे में 10 फरवरी, 2024 तक प्रत्यक्ष कर संग्रह से पता चलता है कि सकल संग्रह 18.38 लाख करोड़ रुपये है. यह राशि पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 17.30 प्रतिशत अधिक है."

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वित्त वर्ष 2023-24 में 10 फरवरी तक रिफंड को हटाकर प्रत्यक्ष कर संग्रह 15.60 लाख करोड़ रुपये है, जो पिछले साल की इसी अवधि के मुकाबले 20.25 प्रतिशत अधिक है. यह संग्रह 2023-24 के लिए प्रत्यक्ष करों के कुल संशोधित अनुमान का 80.23 प्रतिशत है. 

बयान में कहा गया कि एक अप्रैल, 2023 से 10 फरवरी, 2024 के दौरान 2.77 लाख करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया गया है. इस दौरान कॉरपोरेट आयकर (सीआईटी) और व्यक्तिगत आयकर (पीआईटी) के सकल राजस्व संग्रह में भी लगातार वृद्धि देखी गई. सीआईटी की वृद्धि दर 9.16 प्रतिशत थी, जबकि पीआईटी की वृद्धि दर 25.67 प्रतिशत रही.