अगर आपको अपने फ्यूचर को सिक्‍योर करना है तो बचत और निवेश बहुत जरूरी है. निवेश ही वो साधन है जो आपकी रकम को तेजी से बढ़ा सकता है. एक्‍सपर्ट्स की मानें तो हर व्‍यक्ति को अपनी आमदनी का कम से कम 20 फीसदी हर हाल में बचाना चाहिए. लेकिन जिसकी सैलरी पहले से ही छोटी हो और कंधों पर बड़ी बड़ी जिम्‍मेदारियां हों, उनके सामने अक्‍सर असमंजस की स्थिति होती है कि वो कितना खर्च करें और कितना बचाएं? 

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आपके सामने भी ऐसे ही कुछ हालात हैं तो आपको परेशान होने की जरूरत नहीं. आप भले ही 20 फीसदी की रकम न बचाएं लेकिन कुछ बचत जरूर करें और इसे निवेश करें. स्थितियों के हिसाब से सेविंग का अनुपात अलग-अलग भी हो सकता है. अगर आप बचत और निवेश को लगातार लंबे समय तक जारी रखते हैं तो छोटी बचत से भी बड़ा पैसा बना सकते हैं. यहां जानिए कैसे?

पहले इन 4 पॉइंट्स से खुद की स्थितियों को परखिए

- अगर आपकी सैलरी मात्र 30,000 रुपए है और आप परिवार के मुखिया हैं. आपके कंधों पर 4 से 5 लोगों की जिम्‍मेदारी है, तो इस स्थिति में 30,000 रुपए का 20 फीसदी बचा पाना काफी मुश्किल है क्‍योंकि शहरों में आज के समय में 30,000 की सैलरी बहुत ज्‍यादा नहीं है.

- आप किस जगह पर रहते हैं, इस पर भी आपका खर्च निर्भर करता है. अगर आप किसी कस्‍बे या गांव के मुकाबले शहर में रहना ज्‍यादा महंगा है और शहर जितना बड़ा होगा, आपके खर्चे भी उतने बड़े होंगे. ऐसे में आपकी बचत भी इस पर निर्भर करेगी.

- परिवार की जरूरतों पर भी बचत निर्भर करती है. आपके घर में कितने बुजुर्ग हैं या बच्‍चे हैं, उनका इलाज या पढ़ाई वगैरह का खर्च ज्‍यादा हो सकता है. इसके अलावा अगर घर में किसी की शादी वगैरह की जिम्‍मेदारी है तो उसका खर्च भी बड़ा होता है. इन जिम्‍मेदारियों के बीच भी बचत का अनुपात घट सकता है. 

- घर में कितने लोग कमाते हैं, इस पर भी बचत निर्भर करती है. अगर आप अकेले घर में कमाने वाले हैं और आप पर पूरे परिवार की जिम्‍मेदारी है, तो आपकी बचत पर इसका असर पड़ सकता है. लेकिन अगर एक से ज्‍यादा लोग घर में कमाते हैं तो आप अपनी जिम्‍मेदारियों को बांट सकते हैं और बेहतर बचत कर सकते हैं.

इन स्थितियों में आप भी फंसे हैं ते क्‍या करें?

इस मामले में फाइनेंशियल एडवायजर दीप्ति भार्गव कहती हैं कि अगर आप इन स्थितियों में फंसे हुए हैं तो भी आपको बचत तो हर हाल में करना चाहिए. आप बेशक 20 फीसदी रकम की बचत न कर सकें, तो कम से कम 10, 7 या 5 फीसदी रकम की बचत तो कर ही सकते हैं. जरूरी ये है कि आप बचत करें और इसे कहीं निवेश करें. हमेशा आपकी ये स्थितियां नहीं रहेंगी. समय के साथ आपके हालात भी बदलेंगे और आमदनी भी बढ़ सकती है. आमदनी बढ़ने पर आप बचत और निवेश को बढ़ा सकते हैं. 

30,000 रुपए की सैलरी से भी जुड़ जाएगी करोड़ की रकम

अगर आप 30,000 की सैलरी से 10 फीसदी की रकम का बचाकर एसआईपी में निवेश करते हैं तो आपको हर महीने में 3,000 रुपए का निवेश करने होंगे. अगर आप लगातार 30 सालों तक जारी रखें तो 12 फीसदी औसत रिटर्न के हिसाब से कम से कम 1,05,89,741 का अमाउंट जोड़ सकते हैं. वहीं अगर आप 7 प्रतिशत रकम बचाते हैं तो ये 2100 रुपए होगी. 

इसे लगातार 30 सालों तक निवेश करने पर आप 12 फीसदी रिटर्न के हिसाब से ₹74,12,819 जोड़ सकते हैं. अगर इतनी बचत भी नहीं कर पाएं तो 5 फीसदी यानी 1500 रुपए तो बचा ही सकते हैं. अगर आप 1500 रुपए भी एसआईपी में लगातार 30 सालों तक जमा करते हैं तो भी 12 फीसदी रिटर्न के हिसाब से ₹52,94,871 रुपए जोड़ लेंगे. इस तरह आप छोटी सैलरी के साथ भी अपने भविष्‍य को सुरक्षित कर सकते हैं.