Gold Investment on Diwali: गोल्‍ड में निवेश का मौका बन रहा है. महंगाई, मार्केट की अनिश्चितता, स्‍लोडाउन की आशंका समेत कई ऐसे फैक्‍टर बन रहे हैं, जो सोने की कीमतों को सपोर्ट दे सकते हैं. वहीं, कोविड19 प्रतिबंधों में राहत मिलने और इकोनॉमी में आ रही रिकवरी का असर सोने की डिमांड पर देखा जा रहा है. देश में जुलाई-सितंबर 2021 तिमाही के दौरान सोने की कुल डिमांड (Gold Demand) के साथ-साथ ज्‍वैलरी मांग में भी जोरदार तेजी आई है. मार्केट एक्‍सपर्ट मान रहे हैं कि अगली दिवाली तक सोना 54,000 रुपये प्रति दस ग्राम के लेवल पर पहुंच सकता है. मौजूदा समय में भाव 47,000 से 48,000 के बीच चल रहे हैं. ऐसे में निवेशकों को अगले एक साल में 6,500 रुपये तक का रिटर्न मिल सकता है.

क्‍यों आएगी सोने में तेजी?

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केडिया कमोडिटी के डायरेक्‍टर अजय केडिया का कहना है कि गोल्‍ड को लेकर बुलिश रुख है. सोना अगली दिवाली तक 54,000 रुपये प्रति दस ग्राम तक पहुंच सकता है. वहीं, चांदी, 78,000 रुपये प्रति किलो का लेवल दिखा सकता है. ग्‍लोबल अनिश्चितता के साथ-साथ डॉलर में कमजोरी, स्‍लोडाउन की आशंका के चलते गोल्‍ड की डिमांड बढ़ेगी, जिससे कीमतों को सपोर्ट मिलने की उम्‍मीद है. केडिया का कहना है कि केंद्रीय बैंकों के साथ-साथ गोल्‍ड की फिजिकल खरीदारी बढ़ने की उम्‍मीद है. दूसरे एसेट क्‍लास पहले से बेहतर परफॉर्म कर रहे हैं. 

MCX पर 47 हजार का लेवल 

मल्‍टी कमोडिटी एक्‍सचेंज (MCX) पर 3 नवंबर को 2021 को सोने का भाव 47,410 रुपये प्रति दस ग्राम पर दर्ज किया गया. मौजूदा कीमतों से सोने की कीमतों में 6,500 रुपये से ज्‍यादा का उछाल आ सकता है. ऐसे में निवेशकों के लिए यह एक बेहतर मौका है. दूसरी ओर, एमसीएक्‍स पर चांदी का भाव 63,345 रुपये प्रति किलो के स्‍तर पर दर्ज की गई. निवेशकों को यहां अगली दिवाली तक चांदी में 14,655 रुपये का रिटर्न मिल सकता है.

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मोतीलाल ओसवाल ने दिया 53 हजार का टारगेट

ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (Motilal Oswal Financial Services) का कहना है कि मौजूदा हालात में निवेशकों के लिए गोल्‍ड में निवेश का मौका है. अगले 12 महीने में सोने की कीमतें 52,000-53,000 रुपये प्रति दस ग्राम पहुंचने की उम्मीद है. मोतीलाल ओसवाल की रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के एवरग्रांडे के बारे में बढ़ती अनिश्चितता, पावर क्राइसिस, अमेरिका-चीन के बीच ट्रेड डायलॉग, कोविड-19 और डेल्टा वेरिएंट के बढ़ते मामलों, डेट में इजाफा और कुछ अन्य ऐसे फैक्‍टर सोने की कीमतों को सपोर्ट दे सकते हैं. ब्रोकरेज हाउस का मानना है कि गोल्‍ड एक बार फिर से 2,000 डॉलर तक बढ़ने की क्षमता रखता है. Comex पर गोल्‍ड एक नया लाइफटाइम हाई भी बना सकता है. घरेलू बाजार में अगले 12 महीनों में कीमतें 52,000-53,000 रुपये के लेवल तक जा सकती हैं.

गोल्‍ड डिमांड 47% बढ़ी: WGC 

वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (WGC) के हालिया आंकड़ों के मुताबिक, सितंबर 2021 को समाप्त तिमाही के लिए सोने की डिमांड सालाना आधार पर 47 फीसदी बढ़कर 139.1 टन हो गई, जबकि एक साल पहले यह 94.6 टन थी. जुलाई-सितंबर 2021 की अवधि के दौरान भारत में ज्‍वैलरी डिमांड में भी सालाना आधार पर 58 फीसदी उछलकर  96.2 टन पहुंच गई. WGC के आंकड़ों के मुताबिक, गोल्‍ड इम्‍पोर्ट सितंबर तक करीब 740 टन रहा है. पिछले कुछ महीनों में रिस्‍की एसेट्स में भारी उछाल देखा गया है और इसने अच्छा रिटर्न भी दिया है.