e-Shram Card News: केंद्र सरकार ने असंगठित क्षेत्र के करोड़ों श्रमिकों का डेटाबेस तैयार करने और उसका रखरखाव करने के लिए ई-श्रम पोर्टल शुरू किया है. इसका उद्देश्य देश के करोड़ों श्रमिकों की खुशहाली है. सरकार ने कहा है कि श्रमिकों को जन्म तिथि और इनकम डिटेल्स देने की कोई जरूरत नहीं है.

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अब एक बड़ा सवाल है कि रजिस्ट्रेशन के बाद अगर असंगठित क्षेत्र के श्रमिक संगठित क्षेत्र में चले जाएं तो क्या उन्हें ई-श्रम का फायदा मिलेगा. सरकार ने कहा है कि अगर कोई श्रमिक संगठित क्षेत्र (organised sector) में चला जाता है तो उसे सिर्फ वही फायदे मिलेंगे जो संगठित क्षेत्र के श्रमिक को मिलता है.

ये बनवा सकते हैं ई श्रम कार्ड

असंगठित क्षेत्र में काम करने वाले श्रमिक (Labour) और मजदूर के रूप में काम करने वाले लोग ई श्रम पोर्टल (e- Shram Portal) से इस कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं. नीचे दिए गए सेक्शन से सेक्टर / श्रेणी डिटेल देखें.

Zee Business Hindi Live TV यहां देखें

- कृषि मजदूर

- दूध का कारोबार करने वाले किसान

- सब्जी और फल विक्रेता

- प्रवासी मजदूर

- ईंट भट्ठा मजदूर

- मछुआरे

- बीडली रोलिंग

- लेबलिंग और पैकिंग

- बढ़ई, रेशम उत्पादन श्रमिक

- नमक श्रमिक

- टेनरी वर्कर्स

- भवन और निर्माण श्रमिक

- चमड़ा श्रमिक

- घरेलू श्रमिक

- नाई

- अखबबार बेचने वाले

- रिक्शा चालक

- ऑटो चालक

- रेशम उत्पादन कार्यकर्ता

- घर की नौकरानी

- सड़क पर सामान बेचनेवाले

- मनरेगा वर्कर्स

इन कागजात की होती है जरूरत

खास बात ये भी है कि असंगठित क्षेत्र के कामगारों के इसमें नाम दर्ज करवाने के लिए आय का कोई मापदंड (income criteria) नहीं है. ये जरूरी है कि वो व्यक्ति टैक्स देने वाला (tax payee) नहीं होना चाहिए. वहीं इसके लिए कागजात के तौर पर आधार नंबर और आधार से जुड़े बैंक अकाउंट की जरूरत पड़ेगी. अगर किसी के पास आधार से जुड़ा मोबाइल नंबर नहीं है तो वो नजदीकी CSC सेंटर पर बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण (Biometric authentication) के जरिए रजिस्टर करवा सकते हैं.