Cyber Fraud in electricity bill: अगर आपके मोबाइल पर कोई मैसेज आया जिसमें यह कहा जा रहा हो कि बिजली बिल नहीं भरने पर बिजली काटने की चेतावनी दी गई हो तो घबराइएगा नहीं. यह एक फ्रॉड का तरीका है, जिसमें बिजली बिल भरने के लिए आपको एक लिंक भेजा जाता है और जब आप इस लिंक पर क्लिक करते हैं और आपके पैसे अकाउंट से साफ हो जाते हैं. ऐसे में अगर आपको बिजली बिल, कैशबैक या ऑफर के लिए कोई मैसेज आए तो सावधान हो जाइए.साइबर एक्सपर्ट ऐसे मैसेज से बचने की सलाह देते हैं.

क्यों बढ़ रहे हैं साइबर फ्रॉड

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साइबर एक्सपर्ट प्रशांत माली जी बिजनेस के एक कार्यक्रम में कहते हैं कि साइबर क्राइम (Cyber Fraud) होने के पीछे कुछ वजह हैं. उन्होंने कहा कि मेरा अनुभव कहता है कि एक तो लोगों को ऑनलाइन जो कुछ भी आता है, उसपर पूरा विश्वास हो जाता है. दूसरा, जब साइबर ठगों को पकड़ा भी जाता है तो उन्हें बहुत दिनों तक जेल में नहीं डाला जाता है. वह बेल लेकर चला जाता है. इनमें सजा को लेकर कोई खौफ नहीं है. तीसरा जो एक अहम बात है कि लोग आसानी से झांसे में आ भी जाते हैं और चंद पैसों के लालच में अपना बड़ा नुकसान करा जाते हैं. माली कहते हैं कि साइबर फ्रॉड को लेकर जागरुकता और कड़ा सजा तय करने की बेहद आवश्यकता है.  

फ्रॉड हो जाए तो क्या हैं तुरंत विकल्प

माली कहते हैं कि अगर आपके साथ साइबर फ्रॉड हो जाता है तो सबसे पहले 1930 नंबर पर संपर्क कर आपको अपने साथ हुए फ्रॉड की डिटेल बतानी चाहिए. यह नंबर भारत सरकार के होम मिनिस्ट्री के साइबर क्राइम का हेल्पलाइन नंबर है. इससे जो पैसा आपको फ्रॉड करने वाले को ट्रांसफर हो गया है, उसे फ्रीज करने में मदद मिलती है. बाद में कोर्ट ऑर्डर लेकर आप पैसे को डिफ्रीज कर अपने पास ले सकते हैं. दूसरा, भारत सरकार की वेबसाइट cybercrime.gov.in पर अपनी शिकायत हिंदी या अंग्रेजी में डाल सकते हैं. यहां शिकायत आपके लोकल पुलिस स्टेशन तक आ जाती है.

कई बार ऐसे मामले भी होते हैं, जहां आपको बुलाया भी नहीं जाता और मामला निपट जाता है. कई बार आपको बुलाकर स्टेटमेंट लिए जाते हैं. तीसरी, आप अपने लोकल पुलिस स्टेशन में एक कॉपी में शिकायत डालें और अगर ठगी (Cyber Fraud on electricity bill) बैंक से जुड़ा है तो बैंक में एक डिस्पुट फॉर्म होता है जिसे भरें और बैंक मैनेजर से अपनी शिकायत दर्ज कराएं.

क्या करते हैं साइबर ठग

साइबर ठग आपके द्वारा फ्रॉड मैसेज में मौजूद लिंक को क्लिक करने पर मोबाइल की क्लोनिंग कर लेते हैं और फोन का कंट्रोल अपने हाथ में ले लेते हैं.कई बार ठग फोन पर लिंक भेजकर ऐप डाउनलोड करने के लिए कहता है. इससे अकाउंट की डिटेल ठग के पास चली जाती है और पासवर्ड चुराकर आपके अकाउंट से पैसा साफ हो जाता है.