इनकम टैक्स डिपार्टमेंट (Income tax department) ने देश में करोड़पति टैक्स पेयर्स से जुड़े डाटा जारी किए हैं. इसमें कई ऐसी रोचक बातें निकलकर सामने आई हैं जिनके बारे में आम लोग कम जानते हैं. ताजा डाटा के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2017-18 में देश में एक करोड़ रुपये से अधिक आय वाले 97000 लोग थे जो टैक्स जमा कर रहे थे. सीबीडीटी (CBDT)  इस तरह की जानकारी डिटेल में दी है. 

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सीबीडीटी की इस रिपोर्ट के मुताबिक, वित्तीय वर्ष 2017-18 में एसेसमेंट ईयर 2018-19 के लिए 97689 ऐसे टैक्सपेयर थे जिनकी सालाना आय 1 करोड़ रुपये से ज्यादा थी. लाइवमिंट की खबर के मुताबिक, एसेसमेंट ईयर 2017-18 में ऐसे टैक्सपेयर्स की संख्या 81,344 रही थी. आइए यहां जानते हैं इस ताजा रिपोर्ट से जुड़ी खास बातें.

  • सीबीडीटी के इस ताजा आंकड़ों में यह निकलकर सामने आया कि सालाना 500 करोड़ रुपये से अधिक कमाने वाले टैक्सपेयर सिर्फ तीन रहे थे. हालांकि रिपोर्ट में इन तीनों लोगों का नाम नहीं बताया गया है.
  • इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के आकड़ों के मुताबिक, 1.7 लाख से अधिक लोगों ने जीरो सालाना इनकम के साथ इनकम टैक्स रिटर्न जमा किया. 
  • कम से कम भारत में 89793 लोग ऐसे रहे जिनकी सालाना आय एक करोड़ रुपये से लेकर 5 करोड़ रुपये तक दर्ज की गई. अगर 5-10 करोड़ रुपये सालाना इनकम ब्रैकेट को देखें तो इन लोगों की संख्या 5132 रही. 10-25 लाख रुपये सालाना आय वाले लोगों की संख्या इस दौरान 2000 से थोड़ी अधिक थी. 
  • अगर सैलरी ब्रेकअप के आधार पर बात करें तो रिपोर्ट के मुताबिक, अधिकांश टैक्स पेयर्स की सैलरी 5.5 लाख रुपये से लेकर 9.5 लाख रुपये रही. इनकी संख्या 81 लाख से ज्यादा रिकॉर्ड की गई.

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  • अगर सभी कैटेगरी को मिलाकर टैक्स पेयर्स पर नजर डालें तो व्यक्तिगत, एयूएफ, कंपनी, फर्म आदि को मिला दें तो इनकी 1 करोड़ रुपये से अधिक इनकम वाले टैक्स पेयर्स की संख्या 1.67 लाख रही. यह पिछले साल के मुकाबले 19 प्रतिशत ज्यादा रहा.
  • 15 अगस्त 2019 तक कुल मिलाकर 5.87 करोड़ इनकम टैक्स रिटर्न फाइल किए गए. इनमें 5.52 करोड़ व्यक्तिगत, 11.3 लाख एचयूएफ, 12.69 लाख फर्म और 8.41 लाख कंपनियां शामिल रहीं.