Bharat Bond ETF: सरकार दिसंबर में देश के पहले कॉर्पोरेट बॉन्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड भारत बॉन्ड (ईटीएफ) का चौथी चरण शुरू करने की योजना बना रही है. एक अधिकारी ने यह जानकारी दी. इसके जरिये जुटाई गई पूंजी का उपयोग सार्वजनिक क्षेत्र उपक्रमों (Public Sector Enterprises) द्वारा कैपिटल एक्सपेंडिचर के लिए किया जाएगा. अधिकारी ने बताया, ‘‘अभी हम सीपीएसई के साथ चर्चा और उनकी जरूरतों का आकलन कर रहे हैं. भारत बॉन्ड ईटीएफ की चौथी किस्त या चरण के लिए इश्यू साइज पिछले साल के आकार के करीब हो सकता है.’’ सरकार ने पिछले साल दिसंबर में 1,000 करोड़ रुपए का तीसरा चरण पेश किया था. इस दौरान इसे 6,200 करोड़ रुपए की बोलियों के साथ 6.2 गुना अधिक अभिदान मिला था.

दूसरी किस्त जुलाई 2020 में

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भारत बांड ईटीएफ की दूसरी किस्त को जुलाई, 2020 में पेश किया गया था और इसे तीन गुना से अधिक का सब्सक्रिप्शन (अभिदान) मिला था. इसके जरिए 11,000 करोड़ रुपये जुटाए गए थे. दिसंबर, 2019 में इसके पहले चरण में 12,400 करोड़ रुपये की राशि जुटाई गई थी.

2019 में पहली सीरीज जारी की गई थी

वर्ष 2019 में बॉन्ड ईटीएफ की पहली पेशकश की गई थी. सीपीएसई को इसके जरिये 12,400 करोड़ रुपए जुटाने में मदद मिली. इसने दूसरे और तीसरे चरण में क्रमश: 11,000 करोड़ रुपए और 6,200 करोड़ रुपए जुटाए थे. ईटीएफ ने अबतक अपनी तीन पेशकशों में 29,600 करोड़ रुपए जुटाए हैं. भारत बॉन्ड ईटीएफ केवल सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के ‘एएए’ रेटिंग वाले बॉन्ड में निवेश करता है. एडलवाइस एसेट मैनेजमेंट इस योजना की पूंजी प्रबंधक है.

असेट अंडर मैनेजमेंट 50 हजार करोड़ के पार

ईटीएफ के प्रबंधन के तहत परिसंपत्तियां 2019 से शुरू होने के बाद से अब तक 50,000 करोड़ रुपए के आंकड़े को पार कर गई हैं. वर्तमान में ईटीएफ के लिए पांच मैच्योरिटी टाइम-2023, 2025, 2030, 2031 और 2032 है.