इस सरकारी पेंशन योजना को मिला जबर्दस्त सबस्क्रिप्शन, सिर्फ यही लोग बन सकते हैं सदस्य
अगर आपने अपने रिटायरमेंट को सेफ करने के लिए कोई पेंशन प्लान (Penison Plan) नहीं लिया है तो ATAL Pension Yojana एक अच्छा विकल्प हो सकता है.
अगर आपने अपने रिटायरमेंट को सेफ करने के लिए कोई पेंशन प्लान (Penison Plan) नहीं लिया है तो ATAL Pension Yojana एक अच्छा विकल्प हो सकता है. चालू कारोबारी साल के दौरान अब तक 40 लाख से ज्यादा लोगों ने रजिस्ट्रेशन कराया है. पेंशन निधि नियामक और विकास प्राधिकरण (PFRDA) के मुताबिक इसके साथ अटल पेंशन योजना में कुल अंशधारकों की संख्या 2.63 करोड़ को पार कर चुकी है.
सरकार की इस पेंशन योजना के तहत 18 साल से लेकर 40 साल की उम्र तक के व्यक्ति शामिल हो सकते हैं. इसमें अंशदान करने वालों को 60 साल की उम्र के बाद एक निश्चित पेंशन रकम या अंशधारक की मृत्यु के बाद उसके जीवनसाथी को उतनी ही गारंटीड पेंशन देने का प्रावधान है.
इसके अलावा अंशधारक के 60 वर्ष की आयु होने तक कुल जमा पेंशन फंड Nominee को वापस करने की भी व्यवस्था है. PFRDA ने कहा कि 1 अप्रैल 2020 से 13 नवंबर 2020 के बीच 40 लाख से ज्यादा नए लोगों ने अटल पेंशन योजना में पंजीकरण कराया है.
APY के 2 बेनिफिट्स
APY के दो फायदे हैं, पहला पेंशन और दूसरा इनकम टैक्स में छूट. यह स्कीम 60 साल की उम्र से लोगों को 1000 से 5000 रुपये तक की मिनिमम गारंटीड मंथली पेंशन देती है.
असंगठित क्षेत्र (Pension Plan for Unorganised Sector)
मोदी सरकार ने 2015 में APY की शुरुआत की थी. इसे असंगठित क्षेत्र के लोगों के लिए बनाया गया था. 40 साल तक की उम्र में इसका खाता खोला जा सकता है.
टैक्स छूट (Tax Benefit)
APY खाते में आप जो भी रकम जमा करेंगे उस पर आपको इनकम टैक्स छूट मिलेगी. इसके लिए खाते में जमा रकम की रसीद दिखानी होगी.
NPS से अलग (Other than NPS)
यह योजना नेशनल पेंशन सिस्टम (NPS) से अलग है. NPS में 60 साल की उम्र तक जमा राशि के आधार पर पेंशन तय होती है जबकि APY में पेंशन 1,000 से 5,000 रुपये के बीच तय रहती है. पेंशन कितनी बनेगी यह आपकी हर माह जमा होने वाली रकम पर निर्भर करेगा.