देश में भर्तियों का ट्रेंड आठ साल में सबसे मजबूत, जनवरी-मार्च में कंपनियां जमकर कर सकती हैं जॉब ऑफर
Jobs market in India: एक सर्वे में कहा गया है कि 49 प्रतिशत कंपनियां जनवरी-मार्च की तिमाही में और नियुक्तियां करने की योजना बना रही हैं.
Jobs market in india: कोरोना वायरस महामारी के चलते बने हालात में लगातार सुधार के चलते भारतीय कंपनियों (Indian Companies) ने अगले तीन माह के दौरान नियुक्ति गतिविधियां (Recruitment scenario तेज रहने की उम्मीद जताई है. पीटीआई की खबर के मुताबिक, मंगलवार को जारी एक सर्वे में कहा गया है कि 49 प्रतिशत कंपनियां जनवरी-मार्च की तिमाही में और नियुक्तियां करने की योजना बना रही हैं.
भर्तियों का माहौल बीते आठ साल में सबसे मजबूत
खबर के मुताबिक, मैनपावर ग्रुप के रोजगार परिदृश्य सर्वे (Manpower Group's Employment Outlook Survey) के मुताबिक, भारत में भर्तियों का माहौल बीते आठ साल में सबसे मजबूत (Recruitment trends in India) है. पिछली तिमाही के मुकाबले इसमें पांच प्रतिशत अंक की बढ़ोतरी हुई है और एक साल पहले की समान अवधि के मुकाबले इसमें 43 प्रतिशत अंक का इजाफा हुआ है.
सर्वे 3,020 कंपनियों पर किया गया
यह सर्वे 3,020 नियोक्ताओं या कंपनियों पर किया गया जिनमें से 64 प्रतिशत ने कहा कि वे कर्मचारियों की संख्या बढ़ा सकते हैं. 15 फीसदी को कर्मचारियों की संख्या घटने का अनुमान है जबकि 20 प्रतिशत मानते हैं कि किसी तरह का बदलाव नहीं होगा. इस तरह शुद्ध रोजगार परिदृश्य 49 प्रतिशत बैठता है. ऐसे नियोक्ता जिनका अनुमान है कि भर्तियों गतिविधियों में ग्रोथ होगी उनकी संख्या में से ऐसे नियोक्ताओं की संख्या को घटाना जिनका मानना है कि भर्तियों संबंधी गतिविधियों में कमी आएगी, इसे शुद्ध रोजगार परिदृश्य कहा जाता है.
नियोक्ताओं का भरोसा बढ़ा
मैनपावर इंडिया के प्रबंध निदेशक संदीप गुलाटी ने कहा कि भर्तियों के परिदृश्य में ग्रोथ इस बात का संकेत है कि महामारी के बाद के पुनरुद्धार को लेकर नियोक्ताओं का भरोसा बढ़ा है. सर्वे के मुताबिक, डिजिटल भूमिकाएं सर्वाधिक मांग में हैं. आईटी, टेक्नोलॉजी, दूरसंचार, संचार और मीडिया क्षेत्र का ट्रेंड 60 प्रतिशत के साथ सबसे मजबूत है.
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इसके बाद 56 प्रतिशत के साथ रेस्तरां और होटल आते हैं और फिर 52 प्रतिशत के साथ बैंकिंग, वित्त, बीमा और रियल एस्टेट आते हैं. इसके साथ ही सर्वे यह भी बताता है कि ज्यादातर नियोक्ता ऑफिस के साथ-साथ घर से काम यानी ‘हाइब्रिड वर्किंग’ को अपना रहे हैं.