7th Pay Commission : रेलवे मिनिस्‍ट्री (Railway Ministry) ने रेल कर्मचारियों को त्‍योहार से पहले बड़ा तोहफा दिया है. मिनिस्‍ट्री ने रेलवे वर्कशॉप और प्रोडक्‍शन यूनिट में काम करने वाले हजारों रेल कर्मचारियों का इंसेटिव बोनस डबल कर दिया है. दरअसल, इन कर्मचारियों को 7वें वेतन आयोग के तहत इंसेटिव बोनस नहीं मिल रहा था. इसे अब 7वें वेतन आयोग की सिफारिश पर बढ़ा दिया गया है. 7वें वेतन आयोग में अकुशल कर्मचारी का इंसेटिव बोनस 6760 रुपए से बढ़कर 12168 रुपए करने की सिफारिश है.

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बॉयोमेट्रिक अटेंडेंस

रेलवे मिनिस्‍ट्री ने अपने आदेश में कहा है कि 7वें वेतन आयोग के तहत 2.25 फैक्‍टर को इंसेटिव बोनस में लागू किया जाएगा. यह इंसेटिव बोनस रेल कर्मचारियों को घंटों के आधार पर मिलता है. अब सभी रेलवे वर्कशॉप और प्रोडक्‍शन यूनिट में कर्मचारी की उपस्थिति दर्ज करने के लिए बॉयोमेट्रिक मशीन लगेगी. 

मोटा एरियर मिलेगा

मिनिस्‍ट्री के आदेश के मुताबिक इंसेटिव बोनस में यह बढ़ोतरी 1 जुलाई 2017 से लागू हुई है. यानि रेल कर्मचारियों को अच्‍छा खासा एरियर भी मिलने की उम्‍मीद है. यह आदेश रेलवे मिनिस्‍ट्री के फाइनेंस डायरेक्‍ट्रेट से मंजूरी के बाद जारी किया गया है.

भत्‍ते में बदलने की मांग

ऑल इंडिया रेलवे मेन्स फेडरेशन (AIRF) के जनरल सेक्रेटरी शिव गोपाल मिश्रा ने बताया कि रेलवे यूनियन इंसेटिव बोनस को रिवाइज करने के लिए रेलवे मिनिस्‍ट्री पर लंबे समय से दबाव बनाए हुए थीं. मई में मिनिस्‍ट्री ने उनका प्रस्‍ताव मान लिया था. उन्‍होंने बताया कि हमने इस इंसेटिव बोनस को भत्‍ते में बदलने की मांग की थी. 

क्‍यों मिलता है बोनस

इंडियन रेलवे के इस फैसले से चितरंजन लोकोमोटिव्‍स वर्क्‍स (CLW) के वर्करों को सबसे ज्‍यादा फायदा होगा. वर्कशॉप में काम करने वाले रेलवे कर्मचारियों को ड्यूटी खत्‍म होने के बाद भी काम करने पर हर घंटे के लिए इनसेंटिव बोनस दिया जाता है. इसे आसान भाषा में ओवरटाइम कहते हैं.