Best Places to visit in Summer: अगर आप भी गर्मी में शिमला-मनाली घूम कर बोर हो चुके हैं, गर्मियों में उन्हीं भीड़-भाड़ वाले पर्यटन स्थलों पर जाकर थक गए हैं तो आज हम आपके लिए 10 ऐसे ऑफबीट ( Offbeat places for summer)  जगह की डीटेल लेकर आए हैं जहां आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ जाकर मस्ती कर सकते हैं और सुकून के पल बिता सकते हैं. तो चलिए जानते हैं भारत के 10 ऑफबीट प्लेस.

औली (Auli)

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औली सेब के बगीचों, बर्फ से ढकी पहाड़ की चोटियों और ओक के जंगलों का अनोखा नजारा देखने को मिलेगा. औली भीड़ से दूर एक सुकून देनी वाली जगह है.

यहां आप स्कीइंग के अलावा, ट्रैकिंग और कैंपिंग भी कर सकते हैं.

चटपाल (Chatpal)

कश्मीर घाटी के शांगस जिले में स्थित, चटपाल कश्मीर की सामान्य पर्यटक भीड़ की हलचल से दूर एक शांत जगह है. यदि आप शांत एकांत या रोमांटिक छुट्टी की तलाश में हैं तो खूबसूरत नदियों और हरे-भरे घास के मैदानों के साथ यह स्थान आपके लिए बेस्ट साबित होगा.

अस्कोट (Askot)

अस्कोट भारत के उत्तराखण्ड राज्य के कुमाऊं मंडल के पिथौरागढ़ जिले में स्थित एक छोटी बस्ती है. यह जगह विभिन्न प्रकार के जंगलों और पेड़ों से घिरा, नदी तलों से घिरा है. यहां आपको रहने के लिए ट्री हाउस भी मिल जाएंगे.

शोजा (Shoja)

हिमाचल घाटी का शोजा अप्रैल से जून तक घूमने के लिए अच्छी जगह है. यह एक शांत छोटा गांव है. यहां काफी कम पर्यटक आते हैं. यह जगह बर्फ से ढका है. यहां के पहाड़ और घाटियां काफी खूबसूरत है.

मुनिस्यारी (Munsyari)

उत्तराखंड की कुमाऊं पहाड़ियों में स्थित, मुनिस्यारी एक ऐसा स्थान है जो ऑफबीट ट्रैवल ब्लॉगर्स के लिए तेजी से लोकप्रिय हो रहा है. यह जगह काठगोदाम से लगभग 278 किमी दूर है. आप यहां ट्रैकिंग के लिए जा सकते हैं.

वायनाड (Wayanad)

कोयंबटूर से लगभग सौ किलोमीटर दूर, केरल का नेलियामपैथी वायनाड और मुन्नार काफी खूबसूरत है. यहां आपको चाय और कॉफी के बागान, इलायची के बागान, फलों के बगीचे, झरने देखने को मिलेंगे.

मावलिननॉन्ग (Mawlynnong)

मावलिननॉन्ग मेघालय का एक छोटा सा गांव है, जिसे 'एशिया का सबसे स्वच्छ गांव' का खिताब दिया गया है. यह गांव अपनी पर्यावरण-अनुकूल प्रथाओं के लिए भी जाना जाता है, जैसे कि प्लास्टिक का उपयोग बंद करना और आगंतुकों को स्वच्छता और स्वच्छता बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित करना. मावलिननॉन्ग शिलांग से लगभग 90 किमी दूर स्थित है. सफाई के साथ साथ यह गांव शिक्षा में भी अवल्ल है. यहां की साक्षरता दर 100 फीसदी है, यानी यहां के सभी लोग पढ़े-लिखे हैं. इस गांव में ज्यादातर लोग सिर्फ अंग्रेजी में ही बात करते हैं.

खज्जियार( Khajjiar)

खज्जियार पठानकोट रेलवे स्टेशन से लगभग 95 किमी और जिला कांगड़ा में गगल हवाई अड्डे से 130 किलोमीटर दूर है. खज्जियार लोकप्रिय खजजी नागा मंदिर के लिए प्रसिद्ध है जिसे सर्प देव को समर्पित किया गया है, जहां से माना जाता है कि यह नाम व्युत्पन्न हुआ है. खजियार नाग देवता को समर्पित लोकप्रिय खज्जी नागा मंदिर के लिए प्रसिद्ध है, जिसके बारे में माना जाता है कि इसका नाम नाग देवता से लिया गया है। यह मंदिर 10वीं सदी का है और इसकी छत और लकड़ी के खंभों पर अलग-अलग पैटर्न और चित्र बने हुए हैं.

केम्मनगुंडी (Kemmangundi)

कर्नाटक के चिक्कामगलुरु जिले के केम्मनगुंडी समुद्र तल से 1434 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और अपनी खूबसूरती से सजाए गए सजावटी बगीचे, मनमोहक पहाड़ों और घाटियों के दृश्यों के लिए प्रसिद्ध है. यहां के पहाड़, पानी, हरी-भरी फैली घास के मैदान, सूर्यास्त और सूर्योदय का नजारा काफी खूबसूरत है. फोटोग्राफर के लिए ये बेस्ट जगह है.

युकसोम (Yuksom)

यदि आप शहरी जीवन से दूर जाना चाहते हैं, तो आपको युकसोम घूमने का प्लान जरूर करना चाहिए. यह जगह सुंदर वनस्पतियों और जीवों से भी भरा है. युकसोम भारत के सिक्किम राज्य के पश्चिम सिक्किम ज़िले में स्थित एक नगर है.युकसोम वह पवित्र स्थान है जहां सिक्किम के पहले अस्थायी और धार्मिक राजा चोग्याल को 1641 में तीन लामाओं द्वारा ताज पहनाया गया था.