Zydus Cadila's Covid vaccine ZyCoV-D: सरकार ने स्वदेशी रूप से विकसित Zydus Cadila की कोरोना वैक्सीन ZyCoV-D को इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) की मंजूरी मिल गई है. इसे 12 साल या उससे अधिक उम्र के लोगों को दिया जाएगा.

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कोरोना वायरस के खिलाफ यह दुनिया का पहला DNA बेस्ड वैक्सीन है, जिसे भारतीय कंपनी ने विकसित किया है. इस तीन खुराक वाले वैक्सीन कोविड 19 से लड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है.

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CDSCO ने ट्वीट कर जानकारी दी कि Zydus Cadila की DNA कोरोना वैक्सीन ZyCoV-D को तीसरे फेज के क्लिनिकल ट्रायल के रिजल्ट के बाद इसे 12 साल और उससे अधिक उम्र के लोगों के लिए इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी है. Zydus Cadila की कोरोना वैक्सीन को 66.6% प्रभावी माना गया है. इसे 2°C से 8°C पर स्टोर किया जाना है. 

 

DCGI के पास भेजी गई थी सिफारिश

इसके पहले भारत के केंद्रीय औषधि प्राधिकरण के एक्सपर्ट पैनल ने DCGI से Zydus Cadila की तीन खुराकों वाले कोविड-19 वैक्सीन ZyCoV-D को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दिए जाने की सिफारिश की थी. 

अहमदाबाद स्थित फार्मा कंपनी Zydus Cadila ने 1 जुलाई को अपने कोरोना वैक्सीन के इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दिए जाने के लिए DCGI के पास आवेदन किया था.

50 से अधिक केंद्रों पर किया क्लिनिकल ट्रायल

Zydus Cadila ने बताया कि इसने अब तक 50 से अधिक केंद्रों पर अपने कोरोना वैक्सीन ZyCoV-D का क्लिनिकल ट्रायल किया है. 

देश में कोरोना की छठवीं वैक्सीन

यह कोरोना वायरस का पहला डीएनए आधारित वैक्सीन (DNA Based Corona Vaccine) है, जिसे भारतीय कंपनी ने विकसित किया है. देश में कोरोना वायरस के खिलाफ यह छठा वैक्सीन होगा, जिसे भारत सरकार की मंजूरी मिली है. इससे पहले सीरम इस्टीच्यूट के Covishield, भारत बायोटेक के Covaxin, रूस के Sputnik V, तथा अमेरिका के मोडर्ना एवं जॉनसन एंड जॉनसन की कोरोना वैक्सीन का इस्तेमाल हो रहा है.

केडिला हेल्थकेयर के MD शरविल पटेल ने कहा कि इससे न केवल वयस्क लोगों को फायदा होगा बल्कि यह 12 से 18 साल आयु वर्ग के किशोरों के लिये भी प्रभावी होगा.