किसी भी हालात में पूरी जिम्मेदारी और जागरूकता के साथ रिपोर्टिंग करना ही जी मीडिया की पहचान रही है. ऐसे ही एक बार फिर से कोरोना वायरस की विषम परिस्थितियों में पूरी जिम्मेदारी के साथ कवरेज करने और अफवाहों पर लगाम लगाने में Zee Media की भूमिका की सराहना की गई है. जी मीडिया को कोरोना वायरस के दौरान की गई रिपोर्टिंग के लिए प्रथम पुरस्कार मिला है.

जी मीडिया की पत्रकार को मिला प्रथम पुरस्कार

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भारत की तरफ से से टीवी न्यूज और मल्टीमीडिया कैटेगरी में Zee Media की Health correspondent पूजा मक्कड़ (Pooja Makkar) को कोरोना वायरस के दौरान रिपोर्टिंग के लिए 'मर्क फाउंडेशन' (Merck Foundation) की तरफ से पहला पुरस्कार मिला. 

कोरोना वैक्सीन का ट्रायल लेने वाली पहली महिला पत्रकार

 

जी न्यूज (Zee News) की संवाददाता पूजा मक्कड़ पहली भारतीय महिला पत्रकार हैं, जिन्होंने कोरोना वैक्सीन ट्रायल के लिए वॉलंटियर की भूमिका निभाई. उन्होंने कोविड वैक्सीन के ट्रायल में हिस्सा लिया था.

जी मीडिया के कवरेज की सराहना

इसके साथ ही जी न्यूज के कोरोना की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन संकट पर की गई कवरेज, कोविड-19 वार्ड में काम कर रहे डॉक्टरों और नर्सों की मेहनत दिखाने के लिए खउद पीपीई किट पहनकर कोरोना वार्ड से की गई ग्राउंड रिपोर्ट, इन सभी खबरों की भी सराहना की गई.

क्या है मर्क फाउंडेशन

ये पुरस्कार Merck foundation (मर्क फाउंडेशन) जर्मनी की ओर से दिए गए हैं. मर्क फाउंडेशन ने कोरोना वायरस के दौरान मीडिया संस्थानों द्वारा किए गए फैक्चुअल और जागरूकता फैलाने वाले कवरेज की सराहना करने के लिए 'Mask Up With Care' पुरस्कारों का एलान किया. दुनिया भर से आई एंट्री के बीच में से इन पुरस्कारों की घोषणा की गई है.

ये अवार्ड 6 अफ्रीकी देशों, लैटिन अमेरिका और एशिया में रिपोर्टिंग के लिए 67 लोगों को दिया गया है. मर्क फाउंडेशन हेल्थकेयर, साइंस और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में काम करती है.

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