जिनके पास नहीं है 'आयुष्मान भारत' या 'जन आरोग्य योजना' का कार्ड, उनका भी होगा इलाज
निराश्रित व्यक्ति के गम्भीर रूप से बीमार होने पर उसे फौरन मदद के तौर पर 2 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी.
उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) ने एक बार फिर गरीब-मजदूरों की मदद करने के लिए बड़े स्तर पर राहत का काम शुरू किया है. योगी सरकार ने निराश्रित व्यक्तियों के खाना और समुचित इलाज मुहैया कराने का फैसला किया है.
प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने मुख्यमंत्री की घोषणाओं की जानकारी देते हुए बताया कि प्रदेश में जिन निराश्रित व्यक्तियों के अभी तक राशन कार्ड नहीं बने हैं उन्हें राशन के लिए 1-1 हजार रुपये दिए जाएंगे. राशन के लिए यह मदद ग्राम पंचायत उपलब्ध कराएगी. साथ ही उनका राशन कार्ड बनवाने की जल्द व्यवस्था की जाएगी.
इलाज का इतंजाम
राज्य में कोई भी निराश्रित व्यक्ति इलाज के अभाव में परेशान न हो, इसके लिए निराश्रितों के समुचित उपचार की व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं.
किसी निराश्रित व्यक्ति के गम्भीर रूप से बीमार होने पर, यदि उसके पास आयुष्मान भारत योजना या फिर मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना का कार्ड नहीं है, तो उसे फौरन मदद के तौर पर 2 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी.
इसके अलावा किसी निराश्रित व्यक्ति की मृत्यु होने पर उसके परिवार को अन्तिम संस्कार के लिए 5 हजार रुपये की आर्थिक मदद भी दी जाएगी.
खाद्यान्न वितरण का अगला चरण
योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि 1 जून से खाद्यान्न वितरण का अगला चरण शुरू किया जाएगा. राशन बांटने के दौरान सामाजिक दूरी का ध्यान रखा जाएगा. घटतौली करने वालों के खिलाफ की सख्त कार्रवाई की जाएगी.
ज़ी बिज़नेस LIVE TV देखें:
हेल्पलाइन नंबर
प्रदेश सरकार ने कोविड-19 से जुड़ी समस्या के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. प्रमुख सचिव (स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण) अमित मोहन प्रसाद ने बताया कि अगर किसी को ज्वर, सांस फूलना या खांसी जैसे लक्षण हैं तो वे तत्काल स्वास्थ्य विभाग के हेल्पलाइन नंबर 1800 180 5145 पर फोन करें. उन्होंने बताया कि प्रदेश में कोरोना संक्रमण की जांच व उपचार की व्यवस्था बिल्कुल मुफ्त है.