यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सुरक्षा में सतर्कता बरतते हुए लखनऊ के लोकभवन स्थित मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) को बुलेटप्रूफ बनाने के निर्देश दिए गए हैं. केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (CISF) ने लोकभवन स्थित CMO में बाहरी तरफ लगे शीशों को मुख्यमंत्री की सुरक्षा के लिए खतरा बताया है. इसलिए राजकीय निर्माण निगम को अब मुख्यमंत्री योगी के लखनऊ कार्यालय को बुलेटप्रूफ बनाने के निर्देश दिए गए हैं.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि मुख्यमंत्री कार्यालय में सीसीटीवी कंट्रोल रूम बनाने और इनके जरिए पूरे परिसर पर नजर रखने की व्यवस्था भी होगी. जबकि लोकभवन में पब्लिक एड्रेस सिस्टम भी लगाए जाएंगे.

मुख्यमंत्री कार्यालय के शीशों को बुलेटप्रूफ बनाने के साथ लोकभवन के पंचम तल पर एक एक्स-रे बैगेज स्कैनर भी लगाने को कहा गया है. कार्यालय की चहारदीवारी पर लेजर आधारित या इसी तरह का कोई अन्य इंट्रजन डिटेक्शन सिस्टम लगाया जाएगा. 

इसके अलावा परिसर के वॉच टावरों को भी 10 दिन में नेट से कवर करने के निर्देश दिए गए हैं, ताकि कोई ग्रेनेड से नुकसान न पहुंचा सके. इन परिसरों के पार्किंग स्थल में एंटी सेबोटाज (Anti Sabotage) जांच होगी, जबकि लोकभवन के सुरक्षाकर्मियों को एटीएस से प्रशिक्षण दिलाया जाएगा. 

विधान भवन, सचिवालय परिसर और लोकभवन की सुरक्षा के लिए CISF की रिपोर्ट पर अपर मुख्य सचिव गृह और गोपन अवनीश कुमार अवस्थी की अध्यक्षता में हुई बैठक में कई निर्णय हुए हैं.

सचिवालय के गेट नंबर 7 से मुख्यमंत्री के प्रवेश व निकासी होगी. इस गेट के सामने से अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए गए हैं. मंत्री, विधायक व अधिकारी विधान भवन में गेट नंबर 8 और 9 जबकि लोकभवन में गेट नंबर 1 और 3 से आएंगे-जाएंगे.

आने वाले समय में विधान भवन परिसर में फोर व्‍हीलर आरएफआईडी (रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन) टैग से और दोपहिया वाहन स्मार्ट कार्ड से इंट्री पाएंगे. पैदल आने वाले लोकभवन के गेट नंबर छह व छह-ए से अस्थायी फोटो आइडेंटिटी कार्ड जारी कराके जांच के बाद प्रवेश पा सकेंगे.