Yamuna River Water Level Rises: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक बार फिर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. यमुना नदी का जलस्तर एक बार फिर खतरे के निशान को पार कर गया है. इससे पहले हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़ा गया था, जिस कारण यमुना नदी एक बार फिर उफान पर आ गई थी. दिल्ली में बाढ़ पीड़ित रिंग रोड स्थित राहत शिविरों में पहले ही जा चुके हैं. आपको बता दें कि दिल्ली के अलावा महाराष्ट्र और गुजरात के कई इलाको में भी भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसी स्थिति आ गई है.

Yamuna River Water Level Rises: 206.35 मीटर पहुंचा यमुना का जलस्तर

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ANI के मुताबिक शाम छह बजे तक यमुना का जलस्तर 206.35 मीटर रिकॉर्ड किया गया है. ये खतरे के निशान 205.33 से ज्यादा है. इससे पहले शाम चार बजे जलस्तर 206.31 मीटर था. सुबह ये जलस्तर 205.81 मीटर था. प्रशासन ने निचले इलाकों को खाली करने के निर्देश जारी कर दिए हैं. 13 जुलाई के बाद से यमुना का जलस्तर घट रहा था. इससे पहले सबसे अधिक 208.66 मीटर रिकॉर्ड किया गया था. उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के बाद हरियाणा के हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़ा गया है.

Yamuna River Water Level Rises: हिडन नदी का भी बढ़ा जलस्तर

दिल्ली की राजस्व मंत्री अतिशी ने शनिवार को कहा था, ' दिल्ली सरकार हाई अलर्ट पर है. हथिनीकुंड बैराज पर यमुना नदी पर दो लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है.' इसके अलावा हिंडन नदी के जलस्तर बढ़ने के कारण नोएडा के निचली क्षेत्र के कई घरों में शनिवार को पानी भर गया था. पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची और अलर्ट जारी किया. एसीपी सुरेशराव कुलकर्णी ने कहा, 'निचले इलाकों में पानी भर गया था. एहतियातन तौर पर लोगों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया गया है. फिलहाल परिस्थिति सामान्य है.' 

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18 जुलाई 2023 को यमुना का पानी खतरे के निशान से नीचे आने लगा था. इससे पहले आठ दिन तक लगातार ये खतरनाक था. यमुना के बढ़ते जलस्तर के कारण दिल्ली के कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात बने हुए थे. इसके कारण कई जगहों पर जलभराव की समस्या भी आ रही थी.