Western disturbance का असर खत्म होने औैर आसमान साफ होने से ठंडक अभी और बढ़ेगी. दो दिन में ही न्यूनतम तापमान 6 डिग्री सेल्सियस तक चले जाने की संभावना है. IMD के मुताबिक केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख की राजधानी लेह में रात को पारा शून्य से नीचे 12.9 डिग्री सेल्सियस नीचे पहुंच गया, जिससे यहां कड़ाके की ठंड ने पूरे क्षेत्र को ठिठुरा दिया है. इधर, जम्मू-कश्मीर में भी पारे में गिरावट दर्ज की गई है. मौसम विभाग ने यहां वातावरण के शुष्क रहने की भविष्यवाणी की है.

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Leh में पारा माइनस में

श्रीनगर में न्यूनतम पारा शून्य से नीचे 2.2, पहलगाम में 5.2, गुलमार्ग में 5.6 और कारगिल में 9.2 डिग्री सेल्सियस पर दर्ज किया गया. मौसम विभाग के एक अधिकारी ने बताया, "रात में आसमान के साफ रहने के चलते जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के न्यूनतम तापमान में आज गिरावट दर्ज की गई है. दोनों ही संघ शासित प्रदेशों में अगले पांच दिनों तक मौसम के सामान्य तौर पर शुष्क बने रहने की संभावना है.

Himachal Pradesh में बर्फबारी 

इस बीच, उत्तर भारत में बढ़ी ठंड के बीच हिमाचल प्रदेश के दूरदराज इलाकों में बर्फबारी दर्ज हुई है. वहीं बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव का क्षेत्र बनने की वजह से मौसम वैज्ञानिकों ने तमिलनाडु और पुडुचेरी में अगले हफ्ते और अधिक बारिश होने संभावना जताई है. तमिलनाडु और पुडुचेरी में भीषण तूफान ‘निवार’ के कारण पहले ही भारी बारिश हुई है.

बारिश के साथ ठंड बढ़ सकती है (Rainfall may increase cold)

मौसम के जानकारों के मुताबिक, आने वाले हफ्ते में बारिश के साथ ही ठंड भी बढ़ सकती है. भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली-एनसीआर और उत्तर प्रदेश और राजस्थान में अलग-अलग हिस्सों में गुरुवार से रविवार तक हल्की बारिश की भविष्यवाणी हुई है.

Bay of Bengal पर दबाव

चक्रवात निवार के प्रभाव में आने से पहले ही हिंद महासागर और उससे सटे अंडमान सागर में एक और साइक्लोनिक सर्कुलेशन पनप रहा है, जिससे डिप्रेशन की स्थिति और तेज हो सकती है, जिसके बाद बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव बन सकता है.