Jammu-कश्मीर और लद्दाख में बादल छाने से न्यूनतम तापमान कुछ बदला है. पहाड़ों पर मौसम कुछ दिन ऐसा ही रहेगा. हालांकि भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने दिल्ली-एनसीआर, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में अलग-अलग हिस्सों में गुरुवार से रविवार तक हल्की बारिश की भविष्यवाणी की. बंगाल की खाड़ी में आए ईरानी चक्रवात निवार (Nivar cyclone) अभी पूरी तरह खत्म भी नहीं हुआ कि एक और चक्रवात के दस्तक देने की संभावना बन गई है. 

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मौसम विभाग ने इसे लेकर अलर्ट जारी कर दिया है. मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) में लो प्रेशर जन्म ले चुका है जिसके अगले 36 घंटे के दौरान डीप डिप्रेशन में बदलने के आसार हैं. फिर अगले 24 घंटे में यह और ताकवर हो सकता है. इससे एक बार फिर दक्षिण भारत में भारी आंधी-बारिश की संभावना है. 

दो दिसंबर को दक्षिण भारत में इसका असर ज्यादा दिखने का अनुमान है. पहाड़ों में बर्फबारी के कारण मैदानी इलाकों में ठंड है. बर्फ से लदी पश्चिमी हिमालय से बहने वाली ठंडी हवाओं के कारण पारे में गिरावट आई है. 

Western disturbance from 1 December 

हालांकि मौसम विभाग ने पहले कहा था, ताजा पश्चिमी विक्षोभ प्रभावित होने पर न्यूनतम तापमान 2-3 डिग्री सेल्सियस बढ़ जाएगा. अनुमान है कि 1 दिसंबर को अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम और भीषण बारिश हो सकती है. 

South ka Mausam

तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल पर 2 और 3 दिसंबर, 2020 को अलग-थलग स्थानों के साथ कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है. मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा, आंशिक रूप से बादल छाए रहने के कारण जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में न्यूनतम तापमान में मामूली सुधार हुआ. मौसम आमतौर पर 4 दिसंबर तक शुष्क रहने की संभावना है, जिसके बाद बारिश और बर्फबारी होने की उम्मीद है.

Srinagar mein para gira

श्रीनगर शहर में आज न्यूनतम तापमान शून्य से 1.4 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया जबकि पहलगाम और गुलमर्ग में न्यूनतम तापमान क्रमश: शून्य से 2.3 डिग्री और शून्य से 3.2 डिग्री सेल्सियस नीचे दर्ज किया गया. लद्दाख के लेह शहर में रविवार को न्यूनतम तापमान शून्य से 11.1 डिग्री नीचे और कारगिल में शून्य से 9.2 डिग्री नीचे दर्ज किया गया.