Uttar Pradesh में Covid 19 से हालात काफी खराब हो चुके हैं. गुरुवार को कोरोना ने नया रिकॉर्ड बनाया. 24 घंटे में UP में 22,439 नए केस सामने आए हैं. लखनऊ में रिकॉर्ड 5183 नए केस मिले हैं जबकि प्रयागराज 1888, वाराणसी में 1859, कानपुर में 1263 केस, गोरखपुर में 750 केस दर्ज हुए हैं.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

Cm Yogi aadityanath ने Team 11 से बातचीत के बाद यूपी के सभी स्‍कूलों को 15 मई तक बंद करने का फैसला किया है. इसके साथ ही UP Board Exam को टालने पर भी विचार चल रहा है. 

ऐसे रोकेंगे Coronavirus को

- लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी, कानपुर नगर, गौतमबुद्धनगर, गाजियाबाद, मेरठ, गोरखपुर सहित 2000 से ज्‍यादा एक्टिव केस वाले सभी 10 जनपदों में रात 08 बजे से सुबह 07 बजे तक कोरोना कर्फ्यू रखें. निर्देश के मुताबिक लोगों को मास्क और सैनिटाइजेशन के बारे में बताने को कहा गया है.

- राजधानी लखनऊ में अन्य जिलों के मरीज आएंगे. यहां अतिरिक्त व्यवस्था करने की जरूरत है. KGMU और Balrampur Hospital को डेडिकेटेड हॉस्पिटल के रूप में तैयार किया जाए. Non Covid मरीजों की सुविधा का ध्यान रखा जाए.

- लखनऊ में टीएस मिश्र हॉस्पिटल, इंटीग्रल और हिन्द मेडिकल कॉलेजों को डेडिकेटेड कोविड हॉस्पिटल के रूप में इस्‍तेमाल किया जाए. दो दिनों में यहां अतिरिक्त बेड्स मिलेंगे.

- Covid संक्रमण से बचाव के लिए क्‍लास 1 से 12वीं तक के कॉलेज 15 मई तक बंद रखे जाएं. इस दौरान कोई पेपर नहीं होगा. माध्यमिक शिक्षा परिषद की 10वीं और 12वीं के पेपर 20 मई के बाद होंगे. मई के पहले हफ्ते में नई Date sheet आएगी.

- पंचायत चुनावों में लगे कार्मिकों की सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम हों. कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से अनुपालन हो. मतदान कर्मियों के लिए मास्क, ग्लब्स, सैनिटाइजेशन की पर्याप्त व्यवस्था की जानी चाहिए.

- कोविड-19 के बढ़ने पर विभिन्न राज्यों से प्रवासी श्रमिकों की वापसी संभावित है. सभी जिलों में कोविड प्रोटोकॉल के अनुरूप क्वारन्टीन सेंटर बनें. क्वारन्टीन सेंटरों में चिकित्सा सुविधाओं के साथ-साथ भोजन और रुकने की व्यवस्था की जाए.

- कोविड से बचाव के लिए उपयोगी रेमिडीसीवीर और ऑक्सीजन की उपलब्धता पर नजर रखी जाए. मुख्य सचिव कार्यालय और मुख्यमंत्री कार्यालय से हरेक दिन इसकी समीक्षा की जाए. हरेक दशा में यह देखा जाए कि प्रदेश के किसी भी जिले के किसी भी अस्पताल में इन जरूरी चीजों की कमी न हो.

- सभी जिलों में कोविड मरीजों के लिए बेड और ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है. हर दिन इस स्थिति की समीक्षा की जाए. यह सुनिश्चित करें कि हरेक जिले में कोविड बेड, दवाओं, मेडिकल उपकरणों और ऑक्सीजन की पर्याप्त उपलब्धता बनी रहे. 

- बेड की संख्या में और बढ़ोतरी के लिए तेजी से प्रभावी कार्रवाई की जाए. कोविड चिकित्सालयों में चिकित्साकर्मियों और मेडिकल संसाधन की व्यवस्था प्राथमिकता पर हो.

- टेस्टिंग कार्य पूरी क्षमता के साथ हों. प्रदेश स्थित केन्द्रीय संस्थानों की लैब में उपलब्ध आरटीपीसीआर क्षमता का इस्‍तेमाल करते हुए आरटीपीसीआर टेस्ट की संख्या बढ़ाई जाए. इन संस्थानों की जरूरों के अनुरूप मैनपावर का भी प्रबन्ध किया जाए. कोविड जांच के लिए ट्रूनेट मशीनों का उपयोग करना उपयोगी होगा.

- होम आइसोलेशन में रह रहे कोरोना मरीजों से संपर्क बनाकर उनके स्वास्थ्य की स्थिति की जानकारी ली जाए और मदद दी जाए. इसमें मुख्यमंत्री हेल्पलाइन-‘1076’ का भी इस्‍तेमाल किया जाए. लखनऊ सहित दूसरे जिलों में होम आइसोलेशन के कोविड मरीजों को सभी तय दवाओं के मेडिकल किट की सुचारु आपूर्ति होती रहे.

- इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर 24×7 सक्रिय रहें. एम्बुलेंसों की गतिविधियों को इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर से जोड़ा जाए. हरेक जिले में DM, SSP और CMP हरेक दिन इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में बैठक कर रणनीति तय करें.

- कोविड-19 से बचाव के बारे में लोगों को निरन्तर जागरूक किया जाए. इस काम में पब्लिक एड्रेस सिस्टम का व्यापक स्तर पर इस्‍तेमाल करते हुए आमजन को सोशल डिस्टेंसिंग अपनाने और मास्क का अनिवार्य उपयोग करने की जानकारी दी जाए.

Zee Business App: पाएं बिजनेसशेयर बाजारपर्सनल फाइनेंसइकोनॉमी और ट्रेडिंग न्यूजदेश-दुनिया की खबरें, देखें लाइव न्यूज़. अभी डाउनलोड करें ज़ी बिजनेस ऐप.

ज़ी बिज़नेस LIVE TV यहां देखें