अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) परिवार समेत अहमदाबाद पहुंच चुके हैं. उनका विमान सोमवार सुबह करीब 11.35 बजे अहमदाबाद के एयरपोर्ट पर पहुंचा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनका स्वागत किया. एयरपोर्ट पर ट्रंप को गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया. ट्रंप की इस भारत यात्रा को लेकर दोनों देश बहुत उत्साहित हैं. उनका ये दौरा दोनों देशों के बीच नए समझौतों को लेकर बेहद अहम साबित होने वाला है. बता दें कि ट्रंप रविवार को परिवार समेत अमेरिका के एयरफोर्स वन विमान से हिंदुस्तान के लिए रवाना हुए थे.

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राष्ट्रपति ट्रंप और उनकी पत्नी मोटेरा स्टेडियम पहुंचे. इस दौरान पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह भी स्टेडियम में मौजूद हैं.  मोटेरा स्टेडियम में नमस्ते ट्रंप इवेंट शुरू हो चुका है.

हो सकते हैं ये 5 अहम समझौते

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की भारत यात्रा दोनों देशों के बीच नए समझौतों को लेकर बेहद अहम साबित होने वाली है. मिली जानकारी के मुताबिक, आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ने पर भारत और अमेरिका कुछ बड़े फैसले ले सकते हैं.  भारत में सटीक खुफिया सूचनाओं की कमी आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में एक बड़ी समस्या रही है और इस मुश्किल का हल निकालने के लिए अमेरिका की होमलैंड सिक्योरिटी और भारत के इंटेलीजेंस ब्यूरो के बीच समझौता हो सकता है. जिसके तहत दोनों देश एक दूसरे के साथ आतंकवादियों से जुड़ी जानकारियां साझा करेंगे. 

दो बड़े रक्षा समझौते हो सकते हैं

दो बड़े रक्षा समझौते भी हो सकते हैं. भारतीय नौसेना के लिए 18 हजार 200 करोड़ रुपए में 24 अमेरिकी हेलीकॉप्टर्स और 5600 करोड़ में भारतीय सेना के लिए 6 अपाचे हेलीकॉप्टर्स खरीदे जा सकते हैं. ये डील पिछले कई सालों से जारी सेना के हथियारों की कमी को पूरा करेगी और भारत की सैन्य ताकत को बढ़ाएगी. 

इंडो पैसिफिक क्षेत्र में सहयोग बढ़ाने पर समझौता

भारत और अमेरिका के बीच इंडो पैसिफिक क्षेत्र में सहयोग को बढ़ाने के लिए भी एक अहम समझौता हो सकता है. चीन के बढ़ते वर्चस्व को देखते हुए इस इलाके की सुरक्षा भारत और अमेरिका दोनों के लिए ही जरूरी है. कुछ ही दिनों में अमेरिका और तालिबान के बीच अफगानिस्तान में एक डील होने की संभावना है. जिससे इस इलाके में शांति बनाए रखने में भारत का रोल बढ़ सकता है.

H1-B वीजा भी बड़ा मुद्दा

अमेरिका, अफगानिस्तान में अपने ऑपरेशन में भी भारत की मदद चाहता है और भारत को भी चीन का मुकाबला करने के लिए अमेरिका की जरूरत है. H1-B वीजा भी ट्रंप और मोदी के बीच बातचीत का बड़ा मुद्दा रहेगा. ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद से ये मुद्दा विवादों में है. 

IPR पर भी एक समझौता होने की संभावना है. IPR के तहत पेटेंट्स और कॉपीराइट जैसी चीजें आती हैं. अमेरिका की एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत उन 10 देशों में शामिल है जहां IPR उल्लंघन के सबसे ज्यादा मामले होते हैं. भारत के लिए इस एग्रीमेंट के बाद ऐसे सभी रिसर्च जिसमें अंतरराष्ट्रीय मानकों के हिसाब से पेटेंट्स और कॉपीराइट्स की जरूरत होती है, उसमें आसानी होगी. दवाइयों की टेस्टिंग और उनसे जुड़े पेटेंट्स हासिल करने में भी भारतीय कंपनियों को आसानी होगी.