Tokyo Olympics का लोगों बेसब्री से इंतजार कर रहे थे. देखते ही देखते ओलंपिक का टोक्यो में आगाज हुआ, वहां मीराबाई चानु (Mirabai Chanu) ने सिल्वर मेडल जीता. इसके बाद से ही लगातार Brands की Olympics में दिलचस्पी और बढ़ गई है. Indian Olympic Association के पास अब 13 corporate sponsors हो गए हैं. भले ही यह ओलंपिक कोविड काल में हो रहा है, जिसे देखने के लिए स्टेडियम में कोई भी दर्शक मौजूद नहीं है. लेकिन फिर भी साल 2016 में Rio Olympics से इस साल Tokyo Olympics का sponsorship revenue 40 पर्सेंट ज़्यादा है. 

इतने Brands ने लिया हिस्सा

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

बता दें इस समय Tokyo Olympics में अपने ब्रांड्स को प्रमोट करने के लिए Adani group, अमूल, Inox Group, Edelweiss, MPL स्पोर्ट्स फाउंडेशन, हर्बल लाइफ, रेमंड्ल, Nippon paints समेत कुल मिलाकर 13 बड़े ब्रांड्स शामिल हैं. लेकिन बात करें साल 2016 के Olympics की, तो उसमें सिर्फ 8 Sponsors थे.

ज़ी बिज़नेस LIVE TV यहां देखें

Brands को हुआ Olympics में इतना फायदा

इन ब्रांड्स का ओलंपिक में स्पॉन्सरशिप के ज़रिए हिस्सा बनना एक देशभक्ति का अहसास दिलाता है. क्योंकि क्रिकेट की तरह ओलंपिक में ब्रांड की visibility नहीं होती है. क्योंकि पिछले 1.5 साल से कोई मार्केटिंग इवेंटं नहीं आया है. यही एक वजह है कि ओलंपिक में brands ज़ोरों शोरों से हिस्सा ले रहे हैं. कोरोना ने सभी का काम चौपट कर दिया था. हर तरफ से सभी के लिए दरवाजें मानो बंद हो गए थे. 

Brands की तरफ से इन्हें मिलेगा विनिंग कैश प्राइज

Tokyo Olympics में हर ब्रांड लगभग 20 करोड़ खर्च कर रहा है. इस कैश इंफ्लो का फ़ायदा कोच और खिलाड़ियों को मिलेगा. अगर कोई खिलाड़ी मैडल जीत कर लाता है तो उसके कोच को 7.5 से 12.5 लाख रुपये तक का विनिंग कैश प्राइज दिया जाएगा. वहीं अगर कोई Sportsperson गोल्ड मैडल अपने नाम करता है, तो उसे ब्रांड की तरफ से 75 लाख मिलेंगे. इसके अलावा सिल्वर जीतने वाले को 40 और Bronze जीतने वाले को 25 लाख रुपए का विनिंग कैश प्राइज दिया जाएगा. वहीं Tokyo Olympic में जिस खिलाड़ी ने हिस्सा लिया है उनमें से हर इंडियन खिलाड़ी को 1 लाख रूपये दिए जाएंगे.