हिमाचल प्रदेश सरकार ने 10 सितंबर से रोहतांग दर्रे पर अटल सुरंग में प्रवेश करने वाले पर्यटक वाहनों से ग्रीन टैक्स(Green Tax) वसूलना शुरू कर दिया है. टू व्हीलर सवारों से 50 रुपये, कारों से 200 रुपये, SUV और MUV से 300 रुपये और बसों और ट्रकों से 500 रुपये लिए जाएंगे.

पर्यटकों के अलावा इनसे भी वसूली

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

ये ग्रीन टैक्स न केवल बाहरी टूरिस्ट गाड़ियों से वसूला जाएगा बल्कि लाहौल ही नहीं किश्तवाड़ और पांगी जाने वाले वाहनों को भी टैक्स देना होगा. रोजमर्रा के आधार पर लाहौल में प्रवेश करने वाले वाहनों को टैक्स से छूट दी जाएगी, लेकिन ये छूट पाने के लिए भी उन्हें प्रशासन से पास बनाने की जरूरत होगी. ये ग्रीन टैक्स विशेष क्षेत्र विकास प्राधिकरण द्वारा लाहौल के सिसु में स्थापित बैरियर पर वसूला जाएगा.

Zee Business Hindi Live यहां देखें

बुनियादी ढांचों को बनाने में खर्च होगा ग्रीन टैक्स

वाहन चालकों से जमा किए गए ग्रीन टैक्स की राशि को मनाली को लेह से जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग पर पर्यटकों के लिए बुनियादी ढांचे के विकास पर खर्च किया जाएगा. हाईवे के आसपास के गांवों को भी विकसित किया जाएगा. इस टनल के सुचारू होने के बाद यहां पर्यटकों की संख्या में इजाफा हुआ है इससे हिमाचल के दुर्गम और खास संस्कृति को सुरक्षित करने की भी मांग उठने लगी है.

वेस्ट मैनेजमेंट बनी समस्या 

मनाली और केलांग के बीच हाइवे और आस पास के इलाकों में पर्यटकों की ओर से फैंके गए कूटे कचरे ने भी इलाके में नई समस्या पैदा कर दी है. इस घन कचरे का मैनेजमेंट एक बड़ी चुनौती साबित हो रही है. सीमित संसाधन घन कचरा व्यवस्थापन की राह में रोड़ा बने हुए हैं.

लौहाल स्पीति के उपायुक्त नीरज कुमार कहते हैं कि अटल टनल बन जाने के बाद से जो समस्या उभरी है उनमें पर्यटकों से होनेवाले कचरे की है. सुरंग बन जाने के बाद यहां बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंच रहे हैं. इससे कचरा भी ज्यादा हो रहा है. कचरा व्यवस्थापन की जिम्मेदारी बाहरी एजेंसियों को दिया गया है. सड़क के किनारे कचरा पेटियां नहीं होने से कूड़ा घाटी के नीचे नदियों में जा पहुंचता है. शौचालयों का भी आभाव है जिससे खुले में शौच की समस्या भी बढ़ी है. इस समस्या से निबटने के लिए टनल के उत्तरी छोर पर सिसु पंचायत ने 1 हजार रुपए का जुर्माना कचरा करनेवालों पर लगाया था.