Afghanistan-Taliban Crisis: अफगानिस्तान में लगातार बदतर होते हालात के बीच राहत भरी खबर है. काबुल के भारतीय दूतावास से सभी कर्मचारी वापस स्वदेश आ गए हैं. विदेश मंत्रालय ने जानकारी दी है कि इन्हें काबुल दूतावास से भारत वापस लाने का काम पूरा हो गया है. काबुल में भारतीय राजदूत और दूतावास के कर्मियों समेत 120 लोगों को लेकर भारतीय वायुसेना का एक विमान मंगलवार को अफगानिस्तान से भारत पहुंचा. वहीं केंद्र सरकार सभी भारतीयों की अफगानिस्तान से सकुशल वापसी को लेकर भी काफी गंभीर है. काबुल एयरपोर्ट से कर्मशियल फ्लाइट्स की बहाली होते ही उनके लिए उड़ानों का इंतजाम किया जाएगा.

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'अपने नागरिकों को निकालने के लिए प्रतिबद्ध'

वहीं केंद्रीय कोयला और खान मंत्री प्रह्लाद जोशी ने मंगलवार को कहा कि अफगानिस्तान पर तालिबान के नियंत्रण के बाद देश में फंसे सभी भारतीय नागरिकों को निकालने के लिए सरकार सब कुछ कर रही है. कर्नाटक के हुबली में संवाददाताओं से उन्होंने कहा कि, ''अफगानिस्तान में घटनाक्रम काफी चिंताजनक है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर के नेतृत्व में भारत सरकार वहां फंसे प्रत्येक भारतीय नागरिक को वापस लाने का प्रयास करेगी, वहीं '' उन्होंने कहा कि सरकार वहां फंसे बाकी भारतीय नागरिकों को लाने की कोशिश कर रही है. जोशी ने कहा कि, वहां (अफगानिस्तान में) पूरी व्यवस्था चरमरा गई है. उड़ान सेवाएं प्रभावित हैं और हवाई जहाज नहीं उड़ रहे हैं. न सिर्फ एयरपोर्ट बल्कि एयर रूट भी जाम है. इस परिदृश्य में भारत सरकार जो कुछ भी कर सकती है, वह कर रही है. हम व्यक्तिगत रूप से नागरिकों के बारे में बहुत चिंतित हैं” 

पीएम मोदी ने की सीसीएस की बैठक

अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान के नियंत्रण के मद्देनजर पैदा हुई परिस्थितियों की समीक्षा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति की बैठक की. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी. हालांकि, बैठक में क्या चर्चा हुई इस बारे में उन्होंने कुछ नहीं बताया. उनके मुताबिक बैठक में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के अलावा राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला, अफगानिस्तान में भारत के राजदूत आर टंडन सहित कई अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे. अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश छोड़कर चले जाने के बाद रविवार को तालिबान ने काबुल पर कब्जा कर लिया। इसके बाद से वहां अफरा-तफरी का माहौल है.

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