SyllabusForStudents2020 कोरोना वायरस के चलते पैदा हुए हालात को ध्यान में रखते हुए शैक्षिक संस्थाओं में अगले शैक्षिक सत्र (Academic year) के लिए पाठ्यक्रम (syllabus) को घटाया जा सकता है. वहीं पढ़ाई के समय (instructional hours) में भी कमी की जा सकती है. ये जानकारी मानव संसाधन मंत्री रमेश पोखरियाल 'निशंक' ने ट्वीट करके दी. उन्होंने कहा कि वर्तमान हालात और बड़ी संख्या में पैरेंट्स (parents)और टीचर्स (teachers)की ओर से मिले सुझाव के बाद अगले शैक्षिक सत्र में सिलेबस और पढ़ाई के समय में कमी करने पर विचार किया जा रहा है.  

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एमएचआरडी मंत्री ने मांगे सुझाव

मानव संसाधन मंत्री ने सभी शिक्षकों, एकेडमिशियन (academicians) और शिक्षाविदों (educationists) से इस संबंध में सुझाव मांगे हैं. उन्होंने कहा कि  MHRD या उनके निजी Twitter और Facebook page के जरिए इस संबंध में सुझाव भेजे जा सकते हैं. उन्होंने कहा कि कोई भी फैसला लेने के पहले सुझावों पर भी ध्यान दिया जाएगा.

अपने शहर में परीक्षा दे सकेंगे छात्र

कोरोना वायरस महामारी के चलते बने हालात को ध्यान में रखते हुए हाल ही में CBSE ने छात्रों को बड़ी राहत दी है. केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) की 10वीं  और 12वीं की बाकी बची बोर्ड परीक्षाओं की तारीख 18 मई को घोषित कर दी गई है. ये परीक्षाएं 1 से 15 जुलाई के बीच आयोजित होंगी. कोरोना महाकारी के चलते जो छात्र लॉकडाउन के चलते अपने होम डिस्टिक चले गए थे. वो अब उसी शहर में परीक्षा दे सकेंगे. इन छात्रों को राहत देने के लिए CBSE ने हर शहर में एक नोडल सेंटर बनाया है. छात्र यहां जा कर अपनी बाकी बची परीक्षाएं दे सकेंगे.

 

ये छात्र बदल सकेंगे अपना सेंटर

  • CBSE की ओर से परीक्षा केंद्र बदलने की सुविधा विशेष तौर पर ऐसे रेगुलर छात्रों को दी गई है जो हॉस्टल में रहते थे और महामारी के चलते अपने होम डिस्टिक चले गए.
  • ऐसे छात्र जिन्हें राज्य सरकार की ओर से स्पॉंसरशिप मिली हो वो भी अपना परीक्षा केंद्र बदलवा सकते हैं.
  • ऐसे छात्र जिन्होंने महामारी के चलते अपना जिला बदला हो और देश के किसी और जिले में चले गए हों.  

इन बातों का रखना होगा ध्यान

  • एक जिले में परीक्षा केंद्र नहीं बदले जा सकेंगे.  
  • दिल्ली और एनसीआर को एक ही जिला माना जाएगा. यहां एक जिले से दूसरे जिले में परीक्षा केंद्र नहीं बदलवाया जा सकेगा.  
  • परीक्षा केंद्र बनाए जाने के लिए ये जरूरी है कि छात्र जिस जिले में परीक्षा केंद्र की मांग कर रहा है वहां सीबीएसई से मान्यता प्राप्त कोई स्कूल हो.  अगर ऐसा नहीं होता है तो बगल के जिले में परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा.  
  • कंटेनमेंट जोन में कोई परीक्षा केंद्र नहीं बनाया जाएगा. ऐसे में छात्र परीक्षा केंद्र चुनते समय इस बात का ध्यान रखें.  
  • देश मे बाहर सीबीएसई से मान्यता प्राप्त किसी स्कूल में पढ़ रहे छात्रों के लिए ये सुविधा नहीं है.  इन छात्रों की परीक्षा नहीं होगी इनको बोर्ड की ओर से निर्धारित प्रक्रिया के तहत नम्बर दिए जाएंगे.  
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