मछली पालन उद्योग (Fisheries industry) से जुड़ कर आप हर महीने अच्छी कमाई कर सकते है. भारत सरकार (Indian government) देश में मछली का उत्पादन (Fish production) बढ़ाने के लिए बड़े पैमाने पर तैयारी कर रही है. सरकार ने मछली का उत्पादन देश में बढ़ाने के लिए अलगे पांच सालों में लगभग 20,050  करोड़ रुपये खर्च करने का ऐलान किया है. केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री (Minister for Fisheries, Animal Husbandry and Dairying ) गिरिराज किशोर ने एक The National Fish Farmers Day  पर आयोजित एक वेबिनार में बोलते हुए कहा कि अगले पांच सालों में देशभर में बड़े पैमाने पर cryobanks बनाए जाएंगे ताकि मछली के उत्पादन को बढ़ाया जा सके.  

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मछली पालकों को होगी सहूलियत 

इस मौके पर उन्होंने कहा कि क्रायोबैक में पर्याप्त मात्रा में मछली के बीज उपलब्ध होंगे जिससे जरिए मछली पालकों को काफी सहूलियत होगी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मतस्य संपदा योजना (PMMSY) किसानों की आय को दोगुना करने में अहम भूमिका निभा सकती है. उन्होंने कहा कि इस स्कीम के तहत अगले पांच सालों में 20,050 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे.

इस योजना के तहत मिलेगी मदद 

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मतस्य संपदा योजना (PMMSY) के जरिए मछली उत्पादन को बढ़ाने, बेहतर क्वॉलिटी के साथ आधुनिक तकनीक और उत्पादन के बाद मछली की प्रोसेसिंग में मछली पालकों की मदद की जाएगी. मछली का उत्पादन बढ़ाने के लिए मछली के 'बेहतर क्वालिटी के बीज' उपलब्ध करने पर जोर दिया जाएगा. इस मौके पर केंद्रीय मंत्री ने बताया कि एनएफएफजीआर (नेशनल ब्यूरो ऑफ फिश जेनेटिक रिसोर्सेज) के सहयोग से एनएफडीबी (नेशनल फिशरीज डेवलपमेंट बोर्ड) देश के विभिन्न हिस्सों में मछली क्रायोबैंक स्थापित करने का काम करेगा.

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10 जुलाई को मनाया जाता हैThe National Fish Farmers Day 

The National Fish Farmers Day हर साल 10 जुलाई को वैज्ञानिकों केएच अलिकुन्ही और एचएल चौधरी की याद में मनाया जाता है, जिन्होंने 10 जुलाई, 1957 को भारत की प्रमुख फसलों में मछली पालन की तकनीक के बारे में बताया था.