प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने SemiconIndia 2023 का उद्घाटन कर दिया है. इस कार्यक्रम में भूपेंद्र पटेल, अश्विनी वैष्णव और राजीव चंद्रशेखर समेत सरकार के कई बड़े अधिकारी उपस्थित रहे. अनिल अग्रवाल समेत कई दिग्गज उद्योगपति भी इस कार्यक्रम में शामिल हुए. यह कार्यक्रम गुजरात के गांधीनगर में किया गया है, जो 28 जुलाई से शुरू हुआ है और 30 जुलाई तक चलेगा. इसमें दुनिया भर की 200 से भी अधिक कंपनियों ने हिस्सा लिया है. 

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इन कंपनियों में Foxconn, Micron, AMD, IBM, Marvell, Vedanta, LAM Research, NXP Semiconductors, STMicroelectronics जैसी कंपनियां भी शामिल हुई हैं. उम्मीद की जा रही है कि इस कार्यक्रम में कई अहम एमओयू साइन हो सकते हैं, जिनसे भारत में Semiconductor Ecosystem बनाने में मदद मिलेगी. 

क्या बोले पीएम मोदी?

पीएम मोदी बोले जैसे सॉफ्टवेयर को अपडेट करना जरूरी होता है, वैसे ही यह क्रार्यक्रम है. सेमीकॉन इंडिया के तहत संबंध मजबूत होते हैं. इसमें देश-विदेश की बहुत सारी कंपनियां आई हैं. स्टार्टअप्स भी आए हैं. युवा पीढ़ियों से आग्रह किया कि वह इवेंट में जरूर जाएं. पहले लोग पूछते थे कि क्यों निवेश करें और अब सवाल है निवेश क्यों नहीं करें. पीएम मोदी ने कार्यक्रम में मौजूद लोगों से कहा कि उन्होंने भारत के सामर्थ्य के साथ अपने सपनों को जोड़ा है और भारत किसी को भी निराश नहीं करता है. 21वीं सदी के भारत में अवसर ही अवसर हैं. इसमें आपका बिजनेस दोगुना-तीन गुना होने वाला है. 

2014 में भारत का इल्केट्रॉनिक्स प्रोडक्शन 30 अरब डॉलर से भी कम था, आज ये 100 अरब डॉलर से भी ज्यादा हो गया है. दो सालों में इलेक्ट्रॉनिकस निर्यात भी दोगुना हो गया है. मोबाइल फोन का निर्यात भी दोगुना हो गया है. पहले भारत मोबाइल का आयात करता था, जो अब निर्यात कर रहा है. 2014 में 6 करोड़ ब्रॉडबैंड यूजर थे, आज ये 80 करोड़ से भी अधिक हो गए हैं. ये आंकड़े बढ़ते हुए बिजनेस को दिखाते हैं. भारत के लोग टेक्नोलॉजी को तेजी से अपना रहे हैं. 

सेमीकंडक्टर सिर्फ हमारी जरूरत नहीं है, बल्कि दुनिया को इसकी जरूरत है. दुनिया को कोई भरोसेमंद सप्लायर चाहिए. आज भारत पर निवेशकों को भरोसा है, क्योंकि यहां की सरकार बिजनेस की मदद करती है. यहां टेक्नोलॉजी तेजी से बढ़ रही है और यहां टैलेंट की भरमार है. इन सब वजहों से दुनिया की सबसे बड़ी डेमोक्रेसी सभी को पसंद आ रही है. अगले 5 सालों में हमारे यहां एक लाख से भी अधिक डिजाइन इंजीनियर तैयार होने वाले हैं. तेजी से बढ़ता स्टार्टअप कल्चर भी सेमीकंडक्टर सेक्टर को मजबूती दे रहा है. कंडक्टर से एनर्जी पास हो सकती है, जबकि इन्सुलेटर से नहीं होती है. 

भारत सेमीकंडक्टर सेक्टर के लिए अच्छा एनर्जी कंडक्टर बन रहा है. भारत ने सोलर और ग्रीन हाइड्रोजन के लिए कई अहम कदम उठाए हैं. सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री के लिए सरकार ने कई टैक्स छूट का भी ऐलान किया है. भारत ने टैक्सेशन प्रोसेस को आसान बनाया है. ईज ऑफ डूइंग के रास्ते में आने वाले कई कानून खत्म किए हैं. भारत सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री के लिए रेड कार्पेट बिछा रहा है. जैसे-जैसे भारत रिफॉर्म के रास्ते पर आगे बढ़ेगा, नए-नए मौके खुलेंगे. सेमीकंडक्टर इन्वेस्टमेंट के लिए भारत एक शानदार कंडक्टर बन रहा है. हम आपकी अपेक्षाओं को समझते हैं, इसलिए आपके साथ काम करने के लिए उत्साहित हैं. सेमीकंडक्टर सेक्टर को स्पीड देने के लिए सरकार की तरफ से लगातार रिफॉर्म किए जा रहे हैं.

इस इवेंट से सेमीकंडक्टर चिप बनाने में आधुनिक तकनीक और इनोवेशन पर गहरी जानकारी मिलेगी. साथ ही यह सेमीकंडक्टर और टेक इंडस्ट्री के बड़े नामों को एक साथ लाएगा. यह एक प्रतिष्ठित और राष्ट्रीय स्तर का आयोजन है, जो नेटवर्किंग, टेक शोकेस और आकर्षक व्यावसायिक संभावनाओं के जरिए सेमीकंडक्टर उद्योग की प्रगति के लिए उत्प्रेरक है. इनोवेशन और विकास पर मजबूत फोकस के साथ यह आयोजन गुजरात के साथ-साथ पूरे भारत में सेमीकंडक्टर उद्योग के भविष्य को एक नए आयाम पर ले जाने में अहम भूमिका निभाता है.

कई बड़ी कंपनियां पहले ही कर चुकी हैं निवेश

कुछ समय पहले ही पीएम मोदी अमेरिका के दौरे पर गए थे. उस दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन से मुलाकात के बाद साझा बयान के दौरान ये घोषणा हुई थी कि सेमीकंडक्टर प्रोजेक्ट के लिए अमेरिकी कंपनी माइक्रोन (Micron) भारत में निवेश करेगी. इसके बाद पीएम मोदी तमाम दिग्गज कंपनियों के सीईओ से भी मिले थे और भारत में निवेश के लिए आमंत्रित किया था. बता दें कि गूगल (Google) और अमेजन (Amazon) भी भारत में अपना निवेश बढ़ाने की घोषणा कर चुके हैं.