Remote Voting Model: भारतीय निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) ने गुरुवार को कहा कि उसने घरेलू प्रवासी मतदाताओं के लिए ‘रिमोट इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन’ का एक शुरुआती मॉडल तैयार किया है और इसे दिखाने के लिए राजनीतिक दलों को 16 जनवरी को बुलाया गया है. भाषा की खबर के मुताबिक, एक बयान में कहा गया है कि आयोग ने ‘रिमोट वोटिंग’ पर एक कॉन्सेप्ट पेपर (अवधारणा पत्र) जारी किया है और इसे लागू करने में पेश होने वाली कानूनी, प्रशासनिक प्रक्रियात्मक, तकनीकी तथा प्रौद्योगिकी संबंधी चुनौतियों पर राजनीतिक दलों के विचार मांगे हैं.

गृह राज्य/नगर जाने की जरूरत नहीं

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खबर के मुताबिक, बयान (Election Commission of India) के मुताबिक, इसके जरिए एक ‘रिमोट’ मतदान केंद्र से 72 निर्वाचन क्षेत्रों में ‘रिमोट वोटिंग’ की सुविधा दी जा सकेगी. इससे प्रवासी मतदाताओं को मतदान के लिए अपने गृह राज्य/नगर जाने की जरूरत नहीं होगी और वे जहां हैं, वहीं से मतदान कर सकेंगे. मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार (Chief Election Commissioner Rajeev Kumar) ने कहा कि रिमोट वोटिंग एक परिवर्तनकारी पहल साबित होगी.

2024 के चुनाव में हो सकता है प्रयोग

ऐसी चर्चा है कि चुनाल आयोग 2024 के लोकसभा चुनाव में रिमोट वोटिंग सुविधा की शुरुआत कर सकता है. ऐसा देखा जाता है कि चुनाव के समय लाखों करोड़ों मतदाता अपने क्षेत्र से दूर रहने की वजह से मतदान नहीं कर पाते हैं.  आम चुनाव 2019 में मतदाता का वोटिंग परसेंटेज 67.4 प्रतिशत था और भारत का चुनाव आयोग 30 करोड़ से ज्यादा मतदाताओं के अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं करने के मुद्दे को लेकर चिंतित है.

बड़ी संख्या में मतदाता वोट देने से रह जाते हैं

चुनाव आयोग (ECI) का कहना है कि मतदाताओं के सामने नए जगह या लोकेशन से वोटिंग रजिस्टर करने को लेकर कई समस्याएं हैं. इस वजह से हर बार बड़ी संख्या में मतदाता वोट करने से वंचित रह जाते हैं. रिमोट वोटिंग सिस्टम (Remote Voting System) के अमल में आने से मतदान प्रतिशत में काफी सुधार देखने को मिलेगा. लोग अपने मताधिकार को प्रयोग कर सकेंगे.

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