उत्तर प्रदेश सरकार ने अगस्त से प्रदेश भर में राशन कार्ड पोर्टेबिलिटी (Ration card portabilityसुविधा लागू करने का फैसला लिया है. यह सुविधा लागू हो जाने के बाद शहरी इलाकों के उपभोक्ता शहरों में स्थित किसी भी सरकारी कोटे की दुकान से अनाज ले सकेंगे. अब तक उन्हें अपने आसपास की दुकानों से ही अनाज या अन्य सामान मिलता था.

इन शहरों में चल रहा पायलट प्रोजेक्ट
इस सुविधा के तहत उपभोक्ताओं को मिट्टी का तेल नहीं मिलेगा. और अपने कोटे का सारा अनाज एक बार में ही लेना होगा. इस प्रदेश सरकार की ओर से निर्देश जारी किए जा चुके हैं. पायटल प्रोजेक्ट के तौर पर यह सुविधा फिलहाल गोरखपुर, बाराबंकी, वाराणसी और कानपुर के शहरी इलाकों में चलाई जा रही है.
 
इस सुविधा के लिए कर लें ये काम
सरकार की राशन कार्ड पोर्टेबिलिटी सुविधा का लाभ लेने के लिए उपभोक्ता के लिए अपना आधार कार्ड लिंक करना बेहद जरूरी है. जिन परिवारों के किसी भी सदस्य का आधार कार्ड लिंक नहीं है उसे इस सुविधा का लाभ नहीं मिल सकेगा. परिवार के किसी एक भी सदस्य का आधार कार्ड लिंक होने पर सुविधा का लाभ मिलेगा. जिन उपभोक्ताओं का आधार कार्ड लिंक नहीं है उन्हें अपने संबंधित कोटेदार की दुकान से ही अनाज लेना होग.
 
जल्द लिंक करा लें आधार कार्ड

राशन कार्ड पोर्टेबिलिटी सुविधा लागू होने के बाद शहरी क्षेत्रों में किसी भी स्थिति में कोटेदारों को मैनुअल तरीके से अनाज बांटने की अनुमति नहीं होगी. ऐसे में उपभोक्ता जल्द से जल्द अपना आधार कार्ड लिंक करा लें तो बेहतर होगा. जिन शहरों में डोर स्टेप डिलीवरी की सुविधा लागू है वहां परिवहन ठेकेदार प्रत्येक महीने की 20 तारीख को दुकानों पर अनाज पहुंचा देंग. जहां डोर स्टेप डिलीवरी की सुविधा लागू नहीं है वहां कोटेदार प्रत्येक महीने की 20 तारीख तक दुकान पर अनाज मुहैया करा देंगे.