पंजाब सरकार ने गन्ना किसानों को पेराई सत्र 2018-19 के लिये गन्ने पर प्रति क्विंटल 25 रुपये वितरित करने को शनिवार को मंजूरी दे दी. राज्य सरकार ने चालू पेराई सत्र के लिये गन्ने का 310 रुपये क्विंटल दाम तय किया है. इसमें से गन्ना किसानों को प्रति क्विंटल 25 रुपये राज्य सरकार की तरफ से दिये जाएंगे जबकि शेष 285 रुपये प्रति क्विंटल का भुगतान निजी चीनी मिलें करेंगी. राज्य में गन्ना किसानों के विरोध प्रदर्शनों के करीब तीन महीने बाद राज्य सरकार ने किसानों को 25 रुपये प्रति क्विंटल भुगतान करने का फैसला किया है. मुख्यमंत्री अमरिन्दर सिंह की अध्यक्षता में हुई मंत्रिपरिषद की बेठक में यह निर्णय लिया गया. 

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एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि यह कदम मिलों की आर्थिक वहनीयता सुनिश्चित करने तथा पेराई सत्र 2018-19 के लिये किसानों को समय पर भुगतान देने के लिये उठाया गया है. इससे पहले 5 दिसंबर को मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में इस संबंध में फैसला किया गया था. उसी फैसले को अमलीजामा पहनाते हुए मंत्रिमंडल की बैठक में इस पर मुहर लगाई गई. 

राज्य में सात चीनी मिलों ने गन्ना पेराई से इनकार कर दिया था. मिलों ने आर्थिक रूप से पड़ता नहीं होने की वजह से ऐसा कहा. इसके विरोध में किसानों ने विरोध प्रदर्शन किया था. मिलों ने तब कहा था कि वे केंद्र सरकार द्वारा तय 275 रुपये प्रति क्विंटल के उचित एवं लाभकारी दाम पर ही गन्ने का भुगतान कर सकते हैं. 

 

राज्य सरकार ने चीनी मिलों से राज्य परामर्श मूल्य (एसएपी) पर गन्ना खरीदने के लिये अधिसूचना जारी की हे. इसके तहत गन्ने की विभिन्न किस्मों के लिये 310 रुपये, 300 रुपये और 295 रुपये क्विंटल का दाम तय किया गया है. 

(इनपुट एजेंसी से)