Pollution Level in Delhi: दिवाली के त्योहार है. इसी खुशी में लोगों ने छोटी दिवाली यानी रविवार शाम खूब पटाखे फोड़े. बता दें पटाखे फोड़ने को लेकर दिल्ली-एनसीआर में प्रतिबंध लगाया गया था, लेकिन रविवार शाम को कई जगहों पर पटाखे जलाए गए. इसकी वजह से दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुरुग्राम में प्रदूषण का स्तर काफी बढ़ गया है. सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के अनुसार, दिल्ली और नोएडा के कई इलाकों में प्रदूषण का स्तर बहुत खराब श्रेणी में पहुंच गया है. सफर के अनुसार, दिल्ली विश्वविद्यालय क्षेत्र में एक्यूआई इंडेक्स 319 यानी बहुत खराब श्रेणी में दर्ज किया गया. दिल्ली के इंडिया गेट और लोधी रोड पर एक्यूआई 276 दर्ज किया गया. दिल्ली में आज सुबह धुंध दिखाई दे रही है. वहीं, नोएडा में भी एयर क्वालिटी इंडेक्स 309 पर ‘बहुत खराब’ श्रेणी में दर्ज हुआ.

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दिवाली से एक दिन पहले दिल्ली में अधिकतम तापमान 31.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जो औसत से एक डिग्री कम है. रविवार सुबह पीएम 2.5 और पीएम 10 का स्तर क्रमश: 110 और ‘मध्यम’ श्रेणी में 237 दर्ज किया गया. इस बीच नोएडा की  वायु गुणवत्ता भी 311 पर एक्यूआई के साथ बहुत खराब श्रेणी में रही. हालांकि, गुरुग्राम में वायु गुणवत्ता 139 के एक्यूआई के साथ मध्यम श्रेणी में रही.

निजी निर्माण कार्य पर रोक

वहीं, दिल्ली प्रशासन ने वायु प्रदूषण के बढ़ते स्तर को देखते हुए अगले आदेश तक आनंद विहार और आसपास के इलाकों में निजी निर्माण पर रोक लगाने का आदेश जारी किया है, आनंद विहार और आसपास के क्षेत्रों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 22 अक्टूबर को 410 मापा गया. इसलिए वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने इसे गंभीरता से लिया है और निर्देश दिया है कि संबंधित क्षेत्रों में बढ़ते वायु गुणवत्ता सूचकांक को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक एहतियाती और धूल शमन उपाय किए जाएं. 

सफर ने दी ये सलाह

सफर ने कहा कि अस्थमा के रोगी, खांसी या सांस की तकलीफ के लक्षण होने पर दवा अपने पास रखें. हृदय रोगियों को दिल की धड़कन, सांस की तकलीफ या असामान्य थकान होने पर डॉक्टर से जांच कराए की सलाह दी है.