PMKVY 3.0: प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (Pradhan Mantri Kaushal Vikas Yojana) का तीसरा चरण शुक्रवार को शुरू हो गया. इसके तहत देश के युवाओं को रोजगार से जुड़े कौशल की ट्रेनिंग दी जाएगी. इस योजना के तहत युवाओं को 300 से ज्यादा सिलेबस उपलब्ध होंगे. पीटीआई की खबर के मुकाबिक, पीएमकेवीवाई 3.0 योजना की शुरुआत कौशल विकास और उद्यमिता मंत्री महेन्द्र नाथ पांडेय की मौजूदगी में हुई. इस कार्यक्रम में कौशल विकास और उद्यमिता राज्यमंत्री आर के सिंह भी मौजूद थे. पीएमकेवीवाई 3.0 के तहत योजना की 2020-21 की अवधि के दौरान आठ लाख लोगों को प्रशिक्षण दिया जाएगा. इसपर 948.90 करोड़ रुपये खर्च होंगे.

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

कौशल विकास को ज्यादा मांग आधारित बनाना है मिशन focus on making skill development more demanding

कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय की कुशल भारत मिशन की प्रमुख योजना पीएमकेवीवाई 3.0 के तहत कौशल विकास को ज्यादा मांग आधारित बनाने पर ध्यान केंद्रित किया गया है. मंत्रालय ने बयान में कहा कि पीएमकेवीवाई 3.0 में जिला कौशल समितियों को जोड़कर एक नई पहल की शुरुआत की गई है. इस योजना के तीसरे चरण का मकसद जिला कौशल समितियों को मजबूत एवं सशक्त बनाना और साथ ही मांग आधारित कौशल विकास पहल को बढ़ावा देना है. पीएमकेवीवाई 3.0 “एक देश, एक योजना” की दृष्टि से एक अग्रणी योजना है.

717 जिलों में शुरू किया गया है कार्यक्रम The program has been started in 717 districts

कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्रालय ने बयान में कहा कि पीएमकेवीवाई 3.0 को 28 राज्यों और आठ संघ शासित प्रदेशों के 717 जिलों में शुरू किया गया है. यह ‘आत्मनिर्भर भारत’ की दिशा में एक और कदम है. बयान में कहा गया है कि इस योजना का क्रियान्वयन ज्यादा विकेंद्रीकृत तरीके से किया जाएगा और इसमें राज्यों/संघ शासित प्रदेशों तथा जिलों का ज्यादा दायित्व होगा. बयान में कहा गया है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति जहां व्यावसायिक प्रशिक्षण पर केंद्रित है, वहीं पीएमकेवीवाई 3.0 शुरुआती स्तर पर युवाओं को व्यासायिक प्रशिक्षण प्रदान करेगी, जिससे वे उद्योग से जुड़े अवसरों का लाभ उठा सकेंगे.

देश की वृद्धि को प्रोत्साहन मिलेगा The country's growth will be encouraged

कौशल विकास एवं उद्यमिता मंत्री पांडेय ने इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि युवाओं को अगर सही मार्गदर्शन मिले, प्रशिक्षण मिले तो युवा अपने-अपने क्षेत्रों में महारथ हासिल करने में कामयब होंगे. यदि हमारे युवा कुशल बनकर बाहर काम करेंगे, उद्योग लगाएंगे तो देश की वृद्धि को प्रोत्साहन मिलेगा. उन्होंने कहा कि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सोच का परिणाम है कि आज कुशल भारत मिशन द्वारा हम तेजी से भारत को विश्व की कौशल राजधानी बनाने की ओर अग्रसर हो रहे हैं.

दो लाख रुपये का तीन साल का बीमा Three years insurance of two lakh rupees

इस योजना के तहत हर प्रमाणित अभ्यार्थी को दो लाख रुपये का तीन साल का आकस्मिक बीमा (कौशल बीमा) भी दिया जाएगा. इस योजना में सभी अभ्यार्थियों को कुशल भारत मिशन के तहत राष्ट्रीय व्यावसायिक शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थान (एनसीवीईटी) से सर्टिफिकेट भी मिलेगा. मंत्रालय ने कहा कि युवाओं को उद्योग 4.0 के अनुसार कौशल प्रशिक्षण प्रदान करने और जिला स्तर पर सशक्त बनाने में यह योजना मील का पत्थर साबित होगी.

Zee Business App: पाएं बिजनेस, शेयर बाजार, पर्सनल फाइनेंस, इकोनॉमी और ट्रेडिंग न्यूज, देश-दुनिया की खबरें, देखें लाइव न्यूज़. अभी डाउनलोड करें ज़ी बिजनेस ऐप.

ज़ी बिज़नेस LIVE TV यहां देखें