पीएम नरेंद्र मोदी आज जी- 20 नेताओं के एक वर्चुअल शिखर सम्मेलन (Virtual G20 Leaders Summit) की मेजबानी करेंगे. इस बैठक में रूस के राष्‍ट्रपति व्‍लादिमिर पुतिन के अलावा तमाम अन्‍य देशों के नेता भी शामिल होंगे. पीएम नरेंद्र मोदी शाम 05:30 बजे से सम्‍मेलन की अध्‍यक्षता करेंगे. जी20 शेरपा अमिताभ कांत के मुताबिक इस बैठक का मकसद सितंबर के महीने में नई दिल्ली में आयोजित 18वें जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में सभी सदस्यों द्वारा सर्वसम्मति से सहमत दिल्ली घोषणा को लागू करने के लिए प्रोत्साहन प्रदान करना है. 

9 अतिथि देशों को भी किया गया आमंत्रित

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जी- 20 नेताओं के एक वर्चुअल शिखर सम्मेलन में नेताओं की मौजूदगी उसी तरह देखने को मिलेगी, जैसे नई दिल्‍ली के भारत मंडपम में 9 से 10 सितंबर के दौरान मिली थी. बैठक में अफ्रीकी संघ के अध्यक्ष सहित सभी जी-20 सदस्यों के नेताओं के साथ-साथ नौ अतिथि देशों और 11 अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों को भी आमंत्रित किया गया है. इस बैठक में रूस के राष्‍ट्रपति व्‍लादिमिर पुतिन भी हिस्‍सा लेने वाले हैं. 

भारत के पास है 30 नवंबर तक जी20 की अध्‍यक्षता

बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी ने 10 सितंबर को ये घोषणा की थी कि भारत जी-20 नेताओं के डिजिटल शिखर सम्मेलन की मेजबानी करेगा. भारत के पास 30 नवंबर तक जी20 की अध्‍यक्षता है. पिछले साल 1 दिसंबर को भारत ने इसकी अध्‍यक्षता ग्रहण की थी. आने वाले 1 दिसंबर 2023 से ब्राजील को ये जिम्‍मा सौंप दिया जाएगा.

क्‍या है G20

G-20 को ग्रुप ऑफ ट्वेंटी कहा जाता है, इस समूह के 19 देश सदस्य हैं, ग्रुप का 20वां सदस्य यूरोपीय संघ है. जी-20 समिट का आयोजन साल में एक बार होता है, हालांकि 2008 से शुरुआत के बाद 2009 और 2010 साल में जी-20 समिट का आयोजन दो-दो बार किया गया था. इस सम्‍मेलन में ग्रुप के सदस्‍य देशों के राष्‍ट्राध्‍यक्ष को आमंत्रित किया जाता है और कुछ अन्‍य देशों को भी बुलाया जाता है. इसके बाद सभी देशों के राष्ट्राध्यक्ष बैठकर कई मुद्दों पर चर्चा करते हैं. जी-20 ग्रुप में भारत के अलावा फ्रांस, चीन, कनाडा, ब्राजील, ऑस्ट्रेलिया, अर्जेंटीना, अमेरिका, यूके, तुर्की, दक्षिण कोरिया, दक्षिण अफ्रीका, सऊदी अरब, रूस, मैक्सिको, जापान, इटली, इंडोनेशिया तथा 20वें सदस्य के तौर पर यूरोपीय संघ शामिल है.