प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  (Prime Minister Narendra Modi) आज 'मन की बात'  (Mann ki baat) कार्यक्रम के जरिए देश को संबोधित किया . यह मन की बात का 71वां संस्करण है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मन की बात कार्यक्रम में कहा कि भारत मे खेती और उससे जुड़ी चीजों के साथ नए आयाम जुड़ रहे है. बीते दिनों हुए कृषि सुधारों ने किसानों के लिए नई संभावनाओं के द्वार भी खोले हैं. इन अधिकारों ने बहुत ही कम समय में, किसानों की परेशानियों को कम करना शुरू कर दिया है. काफ़ी विचार विमर्श के बाद भारत की संसद ने कृषि सुधारों को कानूनी स्वरुप दिया. इन सुधारों से न सिर्फ किसानों के अनेक बन्धन समाप्त हुये हैं , बल्कि उन्हें नये अधिकार भी मिले हैं, नये अवसर भी मिले हैं.

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पीएम ने कहा कि महाराष्ट्र के धुले ज़िले के किसान, जितेन्द्र भोइजी ने, नये कृषि कानूनों का इस्तेमाल कैसे किया, ये आपको भी जानना चाहिये. "कानून में एक और बहुत बड़ी बात है, इस क़ानून में ये प्रावधान किया गया है कि क्षेत्र के एस.डी.एम(SDM) को एक महीने के भीतर ही किसान की शिकायत का निपटारा करना होगा.

 

"किसानों में जागरूकता बढ़ाने का ऐसा ही एक काम कर रहे हैं, राजस्थान के बारां जिले में रहने वाले मोहम्मद असलम जी. ये एक किसान उत्पादक संघ के CEO भी हैं. जी हाँ, आपने सही सुना, किसान उत्पादक संघ के CEO.""उम्मीद है, बड़ी बड़ी कम्पनियों के CEOs को ये सुनकर अच्छा लगेगा कि अब देश के दूर दराज वाले इलाको में काम कर रहे किसान संगठनों मे भी CEOs होने लगे हैं. "खुद उनका FPO भी किसानों से फ़सल खरीदता है, इसलिए, उनके इस प्रयास से किसानों को निर्णय लेने में मदद मिलती है.

पीएम ने युवाओं, खास तौरपर कृषि की पढ़ाई कर रहे लाखों विद्यार्थियों से आग्रह है, कि, वो अपने आस-पास के गावों में जाकर किसानों को आधुनिक कृषि के बारे में, हाल में हुए कृषि सुधारो के बारे में, जागरूक करें. ऐसा करके आप देश में हो रहे बड़े बदलाव के सहभागी बनेंगे. 

 

करीब-करीब एक साल हो रहे हैं, जब, दुनिया को कोरोना के पहले case के बारे में पता चला था "देश के बड़े हिस्से में सर्दी का मौसम भी जोर पकड़ रहा है. अनेक जगहों पर बर्फ़-बारी हो रही है. इस मौसम में हमें परिवार के बच्चों और बुजुर्गों का, बीमार लोगों का विशेष ध्यान रखना है, खुद भी सावधानी बरतनी है. 

 

पीएम ने को 5 दिसम्बर को अरबिंदो की पुण्यतिथि है. अरबिंदो को हम जितना पढ़ते हैं, उतनी ही गहराई, हमें, मिलती जाती है. अरबिंदो को जितना जानेंगें, उतना ही अपने आप को जानेंगें, खुद को समृद्ध करेंगें."वो कहते भी थे, स्वदेशी का अर्थ है कि हम अपने भारतीय कामगारों, कारीगरों की बनाई हुई चीजों को प्राथमिकता दें. ऐसा भी नहीं कि अरबिंदों ने विदेशों से कुछ सीखने का भी कभी विरोध किया हो. "वो कहते भी थे, स्वदेशी का अर्थ है कि हम अपने भारतीय कामगारों, कारीगरों की बनाई हुई चीजों को प्राथमिकता दें. ऐसा भी नहीं कि श्री अरबिंदों ने विदेशों से कुछ सीखने का भी कभी विरोध किया हो."जहाँ जो नया है वहां से हम सीखें जो हमारे देश में अच्छा हो सकता है उसका हम सहयोग और प्रोत्साहन करें, यही तो आत्मनिर्भर भारत अभियान में, Vocal for Local  मन्त्र की भी भावना है.

 

 

पीएम ने कहा पिछले दिनों, मुझे, देश-भर की कई Universities के students के साथ संवाद का, उनकी education journey के महत्वपूर्ण events में शामिल होने का, अवसर प्राप्त हुआ है. Technology के ज़रिये, मैं, IIT-Guwahati, IIT-Delhi, गाँधीनगर की Deendayal Petroleum University, दिल्ली की JNU, Mysore University और Lucknow University के विद्यार्थियों से connect हो पाया. देश के युवाओं के बीच होना बेहद तरो-ताजा करने वाला और ऊर्जा से भरने वाला होता है. विश्वविद्यालय के परिसर तो एक तरह से Mini India की तरह होते है. मेरी हमेशा रूचि रहती है कि उस institution के alumni कौन हैं, उस संस्थान के अपने alumni  से regular engagement की व्यवस्था है क्या? उनका alumni network कितना जीवंत है..." "जहाँ आपके व्यक्तित्व का विकास हुआ है, वहाँ के विकास के लिए आप कुछ करें इससे बड़ी खुशी और क्या हो सकती है ? मैंने, कुछ ऐसे प्रयासों के बारे में पढ़ा है, जहाँ, पूर्व विद्यार्थियों ने, अपने पुराने संस्थानों को बढ़-चढ़ करके दिया है.

"IIT दिल्ली ने एक endowment fund की शुरुआत की है, जो कि एक शानदार idea है. विश्व की जानी-मानी university में इस प्रकार के endowments बनाने का culture रहा है , जो students की मदद करता है. "मैं पूर्व विद्यार्थियों से आग्रह करना चाहूँगा, कि उन्होंने जिन संस्था में पढाई की है, वहाँ से, अपनी bonding को और अधिक मजबूत करते रहें. चाहे वो school हो, college हो, या university.

मन की बात कार्यक्रम में पीएम ने कहा कि कल 30 नवंबर को, हम, गुरु नानक देव जी का 551वाँ प्रकाश पर्व मनाएंगे. पूरी दुनिया में गुरु नानक देव जी का प्रभाव स्पष्ट रूप से दिखाई देता है. गुरुग्रन्थ साहिब में कहा गया है – “सेवक को सेवा बन आई”, यानी, सेवक का काम, सेवा करना है. बीते कुछ वर्षों में कई अहम पड़ाव आये और एक सेवक के तौर पर हमें बहुत कुछ करने का अवसर मिला. गुरु साहिब ने हमसे सेवा ली. "लखपत गुरुद्वारा के संरक्षण के प्रयासों को 2004 में UNESCO Asia Pacific Heritage Award में Award of Distinction दिया गया. Award देने वाली Jury ने ये पाया कि मरम्मत के दौरान शिल्प से जुड़ी बारीकियों का विशेष ध्यान रखा गया. मैं, इस बात के लिए बहुत कृतज्ञ हूँ कि गुरु साहिब ने मुझसे निरंतर सेवा ली है.

"पिछले वर्ष नवम्बर में ही करतारपुर साहिब corridor का खुलना बहुत ही ऐतिहासिक रहा. इस बात को मैं जीवनभर अपने ह्रदय में संजो कर रखूँगा. यह, हम सभी का सौभाग्य है, कि, हमें श्री दरबार साहिब की सेवा करने का एक और अवसर मिला.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि न्यूजीलैंड में वहाँ के नवनिर्वाचित एम.पी. डॉ० गौरव शर्मा ने विश्व की प्राचीन भाषाओं में से एक संस्कृत भाषा में शपथ ली है. ‘मन की बात’ के माध्यम से मैं गौरव शर्मा जी को शुभकामनाएं देता हूं. हम सभी की कामना है, वो, न्यूजीलैंड के लोगों की सेवा में नई उपलब्धियां प्राप्त करें.

पीएम ने कहा कि भारत की संस्कृति और शास्त्र, हमेशा से ही पूरी दुनिया के लिए आकर्षण के केंद्र रहे हैं. उन्होंने कहा कि मुझे “Jonas Masetti” के काम के बारे में जानने का मौका मिला, जिन्हें, ‘विश्वनाथ’ के नाम से भी जाना जाता है. वो विश्वविद्या नाम की एक संस्था चलाते हैं, जो रियो डि जेनेरो (Rio de Janeiro) से घंटें भर की दूरी पर Petrópolis (पेट्रोपोलिस) के पहाड़ों में स्थित है. जॉनस ब्राजील में लोगों को वेदांत और गीता सिखाते हैं. वह नियमित रूप से online programmes करते हैं. वे, प्रतिदिन पोडकास्ट (Podcast) करते हैं. जॉनस ने भारत में वेदांत दर्शन का अध्ययन किया और 4 साल तक वे कोयंबटूर के आर्ष विद्या गुरूकुलम में रहे हैं. जॉनस में एक और खासियत है, वो, अपने मैसेज को आगे पहुंचाने के लिए technology का प्रयोग कर रहे हैं. पिछले 7 वर्षों में जॉनस ने वेदांत पर अपने Free Open Courses के माध्यम से डेढ़ लाख से अधिक students को पढ़ाया है.‘मन की बात’ के माध्यम से मैं जॉनस को उनके प्रयासों के लिए बधाई देता हूं और उनके भविष्य के प्रयासों के लिए शुभकामनाएं देता हूं.

मन की बात में पीएम ने कहा, इस महीने 12 नवंबर से डॉक्टर सलीम अली जी का 125वाँ जयंती समारोह शुरू हुआ है। डॉक्टर सलीम ने पक्षियों की दुनिया में Bird watching को लेकर उल्लेखनीय कार्य किया है।""मैं, हमेशा से Bird watching के शौकीन लोगों का प्रशंसक रहा हूं. बहुत धैर्य के साथ, वो, घंटों तक, सुबह से शाम तक, Bird watching कर सकते हैं, प्रकृति के अनूठे नजारों का लुत्फ़ उठा सकते हैं, और, अपने ज्ञान को हम लोगों तक भी पहुंचाते रहते हैं।""भारत में भी, बहुत-सी Bird watching society  सक्रिय हैं. आप भी, जरूर, इस विषय के साथ जुड़िये. मेरी भागदौड़ की ज़िन्दगी में, मुझे भी, पिछले दिनों केवड़िया में, पक्षियों के साथ, समय बिताने का बहुत ही यादगार अवसर मिला. पक्षियों के साथ बिताया हुआ समय, आपको, प्रकृति से भी जोड़ेगा, और, पर्यावरण के लिए भी प्रेरणा देगा.

 

 

 

 

इस मौके पर पीएम ने कहा कि "Crisis में culture बड़े काम आता है, इससे निपटने में अहम् भूमिका निभाता है. Technology के माध्यम से भी culture, एक, emotional recharge की तरह काम करता है."

"आज देश में कई museums और libraries अपने collection को पूरी तरह से digital बनाने पर काम कर रहे हैं. अब, आप जल्द ही घर बैठे दिल्ली के National Museum galleries का tour कर पायेंगे. "दिल्ली में, हमारे राष्ट्रीय संग्रहालय ने इस सम्बन्ध में कुछ सराहनीय प्रयास किये हैं. राष्ट्रीय संग्राहलय द्वारा करीब दस virtual galleries, introduce करने की दिशा में काम चल रहा है – है ना मज़ेदार !"

"World Heritage Week, संस्कृति प्रेमियों के लिये, पुराने समय में वापस जाने, उनके इतिहास के अहम् पड़ावों को पता लगाने का एक शानदार अवसर प्रदान करता है."

"हर भारतीय को यह जानकर गर्व होगा, कि, देवी अन्नपूर्णा की एक बहुत पुरानी प्रतिमा, Canada से वापस भारत आ रही है. यह प्रतिमा, लगभग, 100 साल पहले, 1913 के करीब, वाराणसी के एक मंदिर से चुराकर, देश से बाहर भेज दी गयी थी."

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मनकी बात कार्यक्रम के लिए लोगों से सुझाव मांगे थे. पीएम मोदी के मन की बात कार्यक्रम के लिए टोल फ्री नम्बर या MyGov.in के जरिए अपने सुझाव भेजे जा सकते सकते हैं. आप अपना मैसेज रिकॉर्ड करके इस नम्बर पर 1800-11-7800 भेज सकते हैं.