प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कल 17 जुलाई को संयुक्त राष्ट्र (United Nations) को संबोधित करेंगे. संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थाई प्रतिनिधि टीएम तिरुमूर्ति (TS Tirumurti) के मुताबिक,  प्रधानमंत्री मोदी शुक्रवार को न्यूयॉर्क में  संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक परिषद (UN ECOSOC) के उच्च स्तरीय सत्र को संबोधित करेंगे. भारत की सुरक्षा परिषद ( UN Security Council) में जीत के बाद संयुक्त राष्ट्र में प्रधानमंत्री का यह पहला भाषण होगा.

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भारत संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के अस्थाई सदस्य के रूप में 2021-22 सत्र के लिए चुना गया है.

विदेश मंत्रालय के मुताबिक, प्रधानमंत्री संयुक्त राष्ट्र आर्थिक एवं सामाजिक परिषद (UN ECOSOC) के समापन सत्र को संबोधित करेंगे. इस सत्र में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुतारेस और नार्वे के प्रधानमंत्री भी शामिल होंगे.

भारत के संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में अस्थायी सदस्य के चुनाव में जीत के बाद यह पहला मौका होगा जब प्रधानमंत्री संयुक्त राष्ट्र को संबोधित करेंगे. 

विदेश मंत्रालय ने बताया कि संयुक्त राष्ट्र के 75वें स्थापना दिवस के अवसर पर आर्थिक एवं सामाजिक परिषद के उच्च स्तरीय सत्र का विषय 'कोविड-19 के बाद बहुपक्षीयता' है. भारत के लिए यह विषय बहुत अहम है क्योंकि भारत ने ही कोविड-19 के बाद के विश्व में बहुपक्षीय सुधार की बात कही है.

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इस हाईलेवल सेशन में सरकार, प्राइवेट सेक्टर, नागरिक संस्थानों और शिक्षाविदों सहित तमाम ग्रुप के उच्च स्तरीय प्रतिनिधि शामिल होंगे.

सुरक्षा परिषद का सदस्य

बता दें कि पिछले दिनों भारत ने 192 में से 184 वोट हासिल करके संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की सदस्यता (अस्थाई) हासिल की थी. भारत सुरक्षा परिषद की अस्थाई समिति में आठवीं बार सदस्य बना है. इस परिषद के अमेरिका, इंग्लैंड, रूस, चीन और फ्रांस स्थाई सदस्य हैं.

सुरक्षा परिषद में 5 स्थाई सदस्य मिलाकर कुल 15 सदस्य होते हैं. 2 साल के 10 अस्थाई सदस्य चुने जाते हैं. इनके लिए संयुक्त राष्ट्र के सदस्य देश वोटिंग करते हैं.