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Twin Tower Demolition: मलबे में तब्दील 110 मीटर ऊंची इमारत का कैसा है ताजा हाल, देखें तस्वीरें

नोएडा के सेक्टर 93ए में बनी सुपरटेक कंपनी का ट्विन टावर पर अब जमींदोज हो चुका है. 28 अगस्त (रविवार) को दोपहर 2.30 बजे के मुहुर्त पर रिमोट के जरिए दोनों टावरों में विस्फोट किया गया और देखते ही देखते दोनों इमारतें मलबे में तब्दील हो गई. 110 मीटर ऊंची ये गगनचूंबी इमारतें चंद सेकंड में ही हजारों टन का मलबा बन गई. रविवार को 3700 किलोग्राम के विस्फोट के जरिए इस इमारत को गिराया गया और आसपास रहने वाले लोगों ने ताली बजाकर इस इमारत के गिरने का जश्न मनाया. ध्वस्त होने के बाद दोनों टावरों का मलबा कुल मिलाकर 55000 टन बताया जा रहा है, जिसमें 4000 स्टील भी है. विस्फोट के बाद मलबे में तब्दील हुई इन दोनों टावरों का अब का मंजर कैसा है, आइए ताजा तस्वीरों में देखते हैं. 
Updated on: August 29, 2022, 09.26 AM IST
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जमींदोज हुई बिल्डिंग

रविवार 28 अगस्त को दोपहर 2.30 बजे नोएडा के सेक्टर 93ए स्थित ट्विन टावर को विस्फोट के जरिए ढहा दिया गया. इस दौरान करीब 55000 टन मलबा इकट्ठा हुआ है, जिसे बेचकर 15 करोड़ रुपए जुटाने की योजना है. बता दें कि ट्विटन टावर गिराने में 20 करोड़ रुपए की लागत लगी है. 

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ट्विन टावर बना हजारों टन का मलबा

सुपरटेक के ट्विन टावर में एपेक्स और सेयेन नाम के दो टावर थे. एपेक्स टावर में 32 फ्लोर थे और हर फ्लोर में 14 फ्लैट थे. इसके अलावा सेयेन टावर में 31 फ्लोर थे और हर फ्लोर में 14 फ्लैट थे. दोनों टावरों में कुल फ्लैट की संख्या 950 थी, जिसमें से 711 फ्लैट्स की बुकिंग हो चुकी थी. 

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200-300 करोड़ रुपए हुए थे खर्च

इस ट्विन टावर को बनाने के लिए 200 से 300 करोड़ रुपये तक खर्च किए गए थे. कोर्ट में जब इस टावर को लेकर विवाद चल रहा था, तब इसकी मार्केट वैल्यू में काफी गिरावट आ गई थी. अगर सुपरटेक के इस टावर को लेकर कोई विवाद नहीं होता तो आज इसकी मार्केट वैल्यू 1000 करोड़ रुपये से भी ज्यादा होती.

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नियमों का उल्लंघन करने पर मिली सजा

बिल्डर ने सुपरटेक एमाराल्ड कोर्ट प्रोजेक्ट में निर्माण से जुड़े नियमों की अनदेखी की थी. जिसके बाद इलाहाबाद हाई कोर्ट ने ट्विन टावर्स को गिराने का आदेश दे दिया था. जिसके बाद सुपरटेक ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के आदेश को सुप्रीम कोर्ट में चैलेंज दिया था लेकिन बिल्डर को यहां से भी कोई राहत नहीं मिली थी.

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आसपास के लोगों को नहीं हुआ नुकसान

नोएडा की सीईओ रितु माहेश्वरी ने कहा कि सुपरटेक के ट्विन टावर को गिराने के बाद आसपास के लोगों पर इसका खास असर नहीं पड़ा है. आसपास की सोसाइटी को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. उन्होंने आगे कहा कि हालांकि थोड़ा सा मलबा सड़क के किनारे आ गया है, जिसे साफ कर लिया जाएगा.