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पाकिस्तान को हराने के बाद रवि शास्त्री को इनाम में मिली थी ऑडी 100, देखें 37 साल पुरानी कार की तस्वीरें

भारत के पूर्व मुख्य कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri's prize) ने 1985 की वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ क्रिकेट सीरीज में इनाम के रूप में ऑडी100 को हासिल किया था. रवि शास्त्री (Ravi Shastri) आईपीएल के दौरान पहली बार हिंदी में कमेंट्री करते नजर आए थे. इससे पहले रवि शास्त्री भारतीय टीम के कोच के रूप में अपनी जिम्मेदारी संभाल रहे थे. (फोटो सोर्स- ट्विटर/सोशल मीडिया)
Updated on: June 04, 2022, 08.48 PM IST
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सोशल मीडिया पर शेयर की तस्वीरें

रवि शास्त्री ने इस ऑडी 100 कार की कुछ तस्वीरें अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर की है. विंटेज कार की यह तस्वीरें काफी आकर्षक है. सोशल मीडिया पर तस्वीरें सामने आते ही तेजी से वायरल होने लगी. ऑस्ट्रेलिया में आयोजित बेन्सन एंड हेजेस क्रिकेट वर्ल्ड चैम्पियनशिप फाइनल में भारत की भिड़ंत चिर प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से हुई थी. जिसमें भारत को जीत मिली और शास्त्री ने नाबाद 63 रन बनाए. (फोटो सोर्स- ट्विटर/सोशल मीडिया)

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तस्वीर शेयर कर शास्त्री ने कही यह बात

रवि शास्त्री ने इस कार की तस्वीर ट्विटर पर शेयर करने के साथ लिखा कि इस कार को देखकर पुराने दिन याद आ गए. सबकुछ पहले दिन जैसा दिख रहा है. मैं ऑडी कार चलाता हूं और और इसको पहले जैसे लुक में देखना मेरे लिए खास है. (फोटो सोर्स- ट्विटर/सोशल मीडिया)

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कार के लुक को बदलने में लगे 8 महीने

उद्योगपति गौतम सिंघानिया के सुपर कार क्लब गैरेज ने इस कार को पुराना लुक दिया है. पुराने लुक में आने के बाद गौतम सिंघानिया ने वापस यह कार रवि शास्त्री को सौंपने का काम किया. जिसे देखकर वह बेहद खुश नजर आए.  (फोटो सोर्स- ट्विटर/सोशल मीडिया)

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रवि शास्त्री को इनाम में मिली थी कार

ऑस्ट्रेलिया में आयोजित बेन्सन एंड हेजेस क्रिकेट वर्ल्ड चैम्पियनशिप में रवि शास्त्री ने 5 मैचों में 182 रन बनाने के साथ-साथ 8 विकेट लेने का काम किया था. जिसके बाद उन्हें चैम्पियन ऑफ टूर्नामेंट खिताब मिला था. इस दमदार प्रदर्शन के लिए उन्हें Audi 100 कार इनाम में दिया गया था.  (फोटो सोर्स- ट्विटर/सोशल मीडिया)

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राजीव गांधी ने इस तरह की थी मदद

साल 1985 के दौरन भारत में दूसरे देश से कार लाना आसान नहीं था क्योंकि यह उदारीकरण से पहले का दौर था. उस समय देश में लग्जरी कारें दुर्लभ थीं. ऐसे में उस समय के प्रधान मंत्री राजीव गांधी को सीमा शुल्क अधिकारियों को भारी आयात शुल्क माफ करने का आदेश देना पड़ा ताकि रवि शास्त्री अपने कार को घर ला सकें. (फोटो सोर्स- ट्विटर/सोशल मीडिया)