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Kisan Andolan: छावनी बने दिल्ली-हरियाणा और पंजाब, कहीं लाठी-चार्ज तो कहीं पानी की बौछार

नए कृषि बिलों (farm laws) के विरोध में पंजाब और हरियाणा के किसान सड़कों पर हैं. आंदोलनकारी किसान आज दिल्ली चलो (Delhi Chalo) का आह्वान का करते हुए दिल्ली की ओर कूच कर रहे हैं. दिल्ली में कोरोना महामारी का प्रकोप पूरे जोरों पर है. इसलिए प्रशासन ने किसी भी प्रकार के ऐसे धरने-प्रदर्शनों पर रोक लगाई हुई है, जिनमें ज्यादा भीड़ इकट्ठा होने की संभावना है.
Updated on: November 26, 2020, 01.52 PM IST
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राजधानी की सीमाएं सील

किसानों को दिल्ली की ओर बढ़ने से रोकने लिए दिल्ली और हरियाणा की सभी सीमाएं सील (borders sealed) हैं. बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है. ड्रोन कैमरों से हालात पर नजर रखी जा रही है. 

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किसानों का दिल्ली कूच

केंद्र सरकार के नए कृषि कानून (New Farm law) के खिलाफ पंजाब, उत्तर प्रदेश और हरियाणा से बड़ी संख्या में किसान दिल्ली आ रहे हैं. आंदोलनकारी किसानों के कई संगठनों से संयुक्त मोर्चा बनाकर दिल्ली चलो (Delhi Chalo) आंदोलन का आह्वान किया है. किसान संगठनों ने संयुक्त किसान मोर्चा बनाया है, जिसे 500 से अधिक किसान संगठनों का समर्थन मिला हुआ है. 

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हरियाणा की सीमाएं सील

हरियाणा सरकार ने किसानों के आंदोलन को देखते हुए पहले से ही तैयारी करके रखी हुई थी. यहां 26 और 27 नवंबर को पंजाब के लिए रोडवेज सेवा बंद रखी गई हैं. चंडीगढ़ से हरियाणा के लिए भी बस सर्विस को रोक दिया गया है. दिल्ली से लगे शहरों में धारा-144 लागू की हुई है. 

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सड़कों पर कटीले तार

पंजाब से आने वाले किसानों को रोकने के लिए हरियाणा की सीमाओं को सील किया गया है. सड़कों पर जगह-जगह बैरिकेड (police barricades), पत्थर और मिट्टी डालकर उन्हें रोक दिया गया है. सड़कों पर कटीले तार भी लगाए गए हैं. 

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गांवों के रास्त दिल्ली में एंट्री की कोशिश

चूंकि दिल्ली की सभी सीमाएं सील हैं. इसलिए कुछ किसानों ने गांवों के रास्ते दिल्ली में घुसने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें वहीं रोक दिया. 

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किसानों से झड़प

हरियाणा और पंजाब की सीमा पर अंबाला में प्रदर्शनकारी किसानों ने पुलिस-प्रशासन के सभी इंतजामों को धता बताते हुए पुलिस द्वारा लगाए बैरिकेड को उखाड़ फेंका. कई जगह किसानों ने पुलिस के वाहनों और फायर ब्रिगेड की गाड़ी पर कब्जा कर लिया. पुलिस ने किसानों को पीछे धकेलने के लिए उन पर आंसू गैस के गोले दागे और पानी की बौछारों का इस्तेमाल किया.   

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पानी की बौछारों से रोका

अंबाला के शंभू बॉर्डर (Shambhu border) पर पुलिस और किसानों के बीच झड़प भी हुई. किसानों को वापस भेजने के लिए पुलिस को हल्के बल का इस्तेमाल करना पड़ा. पुलिस ने बैरिकेड लगाकर दमकल विभाग की गाड़ियां तैनात कर रखी थीं. किसान इतने पर भी नहीं रुके तो पुलिस को किसानों पर पानी की बौछारों की इस्तेमाल करना पड़ा.

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दिल्ली के सभी बॉर्डर सील

किसान आंदोलन (Farmers movement) को देखते हुए दिल्ली प्रशासन अलर्ट पर है और राजधानी की शांति व्यवस्था भंग न हो इसके लिए कई इंतजाम किए हैं. दिल्ली पुलिस ने दिल्ली के तमाम बॉर्डर सील कर दिए हैं और वहां बड़ी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं. 

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दिल्ली पुलिस

दिल्ली पुलिस ( Delhi Police) की तरफ से भी किसानों को साफ कह दिया गया है कि वे किसी भी प्रकार के विरोध प्रदर्शन में शामिल न हों. यदि किसान दूसरे राज्यों से दिल्ली आए तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

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ट्रेन के रूट और टाइम में बदलाव

किसान आंदोलन को देखते हुए इंडियन रेलवे (Indian Railways) ने अमृतसर से आने जाने वाली रेलगाड़ियों को या तो रद्द कर दिया है या फिर रूट या समय में बदलाव किया गया है. अमृतसर से आने जाने वाली 12 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है. जबकी अमृतसर के रूट पर चलने वाली 9 ट्रेनों के समय और स्टेशनों में बदलाव किया गया है.  

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दिल्ली मेट्रो पर असर

किसानों के आंदोलन को देखते हुए डीएमआरसी (DMRC) ने आज दोपहर तक दिल्ली मेट्रो की सभी लाइन पर कुछ चुनिंदा स्टेशनों के बीच की ट्रेन सर्विस नहीं चलाई हैं.. इससे दिल्ली बॉर्डर के इलाकों वाली मेट्रो भी प्रभावित रहेगी. किसान आंदोलन की अवधि के दौरान पड़ोसी शहरों से दिल्ली (Delhi) के अंदर न तो कोई मेट्रो एंट्री करेगी और न ही बाहर जाएगी.