• होम
  • तस्वीरें
  • वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ Atal Tunnel का नाम, जानिए 10 हजार फीट की ऊंचाई पर बना ये टनल क्यों है खास

वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज हुआ Atal Tunnel का नाम, जानिए 10 हजार फीट की ऊंचाई पर बना ये टनल क्यों है खास

Atal Tunnel: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखी गई सुरंग 'अटल टनल' को आधिकारिक तौर पर वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स द्वारा '10,000 फीट से ऊपर की दुनिया की सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग' के रूप में प्रमाणित किया गया है.
Updated on: February 11, 2022, 06.15 PM IST
1/5

वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में नाम दर्ज

अटल टनल को आधिकारिक तौर पर '10,000 फीट से ऊपर दुनिया की सबसे लंबी राजमार्ग सुरंग' के रूप में सर्टिफाई किया गया है. इसे लेकर अटल टनल का नाम वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड्स दर्ज किया गया है. रक्षा मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी.

2/5

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था उद्घाटन

अटल टनल का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 3 अक्टूबर, 2020 में किया था. अटल टनल दुनिया की सबसे लंबी राजमार्ग टनल है. यह 9.02 किलोमीटर लंबी है. 

3/5

अटल टनल की खास बातें

अटल टनल के कारण अब पूरे साल मनाली लाहौल-स्पीति घाटी जुड़ी रहती है. इससे पहले यह घाटी भारी बर्फबारी के कारण लगभग 6 महीने तक अलग-थलग रहती थी. यह टनल हिमालय की पीर पंजाल श्रृंखला में औसत समुद्र तल (MSL) से 3,000 मीटर यानी 10,000 फीट की ऊंचाई पर बनाई गई है. यह टनल मनाली और लेह के बीच सड़क की दूरी 46 किलोमीटर कम करती है और दोनों स्थानों के बीच लगने वाले समय में भी लगभग 4 से 5 घंटे की बचत करती है.

4/5

मनाली से अटल टनल की दूरी

अटल टनल का दक्षिण पोर्टल (एसपी) मनाली से 25 किलोमीटर दूर 3060 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है, जबकि इसका उत्तर पोर्टल (एनपी) लाहौल घाटी में तेलिंगसिस्सुगांव के पास 3071 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है. यह घोड़े की नाल के आकार में 8 मीटर सड़क मार्ग के साथ सिंगल ट्यूब और डबल लेन वाली टनल है. इसकी ओवरहेड निकासी 5.525 मीटर है.

5/5

पूर्व पीएम अटल बिहारी का था सपना

सुरंग जोकि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी का एक सपना था और जिसका नामकरण मरणोपरांत उनके नाम पर किया गया, इसका निर्माण सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) द्वारा 3,200 करोड़ रुपये की लागत के साथ 10 साल की कड़ी मेहनत के बाद पूरा किया गया है.