संसद का मॉनसून सत्र आज से, 23 अहम बिल पर होगी चर्चा; पीएम मोदी मीडिया को कर सकते हैं संबोधित
संसद का मॉनसून सत्र सोमवार यानी आज से शुरू होने वाला है. मॉनसून सत्र सरकार का फोकस ज्यादा से ज्यादा कामकाज करने पर होगा. माना जा रहा है कि इस सत्र में कई अहम बिल पेश किए जाएंगे.
Monsoon Session of Parliament: संसद का मॉनसून सत्र सोमवार यानी आज से शुरू होने वाला है. मॉनसून सत्र सरकार का फोकस ज्यादा से ज्यादा कामकाज करने पर होगा. माना जा रहा है कि इस सत्र में कई अहम बिल पेश किए जाएंगे. इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. पीएम मोदी ने कहा था कि बैठक के दौरान सांसदों ने काफी महत्वपूर्ण सुझाव दिए हैं. इसलिए दोनों सदनों में अच्छी बहस होनी चाहिए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मॉनसून सत्र के पहले दिन मीडिया को भी संबोधित कर सकते हैं.
पेश होंगे 23 अहम बिल
मॉनसून सत्र में सरकार का फोकस ज्यादा से ज्यादा काम काज पर होगा. इस सत्र में 23 अहम बिल पेश किए जा सकते हैं. इसके अलावा 6 आर्डिनेंस पर भी चर्चा होने की उम्मीद है. पीएम मोदी ने सभी पार्टियों से इस सत्र में अच्छी बहस करने की अपील की है. उन्होंने सभी दलों को भरोसा दिया है कि उनके द्वारा दिए गए सुझाव पर काम करने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र की परंपरा के अनुसार लोगों से जुड़े सभी मुद्दे सौहार्दपूर्ण ढंग से उठाना चाहिए और सरकार को भी सही तरीके से चर्चा के दौरान अपनी बात रखने का मौका मिलना चाहिए.
40 से ज्यादा नेता रहे मौजूद
मॉनसून सत्र से पहले रविवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और पीएम मोदी ने विभिन्न दलों के नेताओं के साथ बैठक की. बैठक में 33 राजनीतिक दलों के 40 से ज्यादा नेता मौजूद थे. इनमें कांग्रेस की ओर से राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, लोकसभा में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी, समाजवादी पार्टी से डा. रामगोपाल यादव, बहुजन समाज पार्टी से सतीश चंद्र मिश्रा, तृणमूल से डेरेक-ओ ब्रायन आदि मौजूद रहे.
सख्त प्रोटोकाल
कोरोना संक्रमण को देखते हुए मानसून सत्र में कोरोना प्रोटोकाल को काफी सख्त रखा गया है. इन दौरान सत्र में सिर्फ उन्हें ही शामिल होने की अनुमति होगी जिन्होंने वैक्सीन की डोज ले रखी हो या जिनके पास 72 घंटे के भीतर की आरटी-पीसीआर निगेटिव रिपोर्ट होगी. पीएम मोदी ने कहा कि ज्यादातर सांसदों का टीकाकरण हो चुका है और उम्मीद है कि इससे आत्मविश्वास के साथ संसद की गतिविधियों को पूरा करने में मदद मिलेगी.