New COVID-19 Variant Omicron: कोविड19 के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन (Omicron) को लेकर सरकार की तरफ से अहम बयान आया है. केंद्रीय मंत्री मनसुख मांडविया (Mansukh Mandaviya) ने राज्‍यसभा में प्रश्‍न काल के दौरान बताया कि भारत में कोरोना के नए वैरियंट Omicron का कोई मामला अभी तक नहीं मिला है. संसद के शीतकालीन सत्र के दौरान केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री मांडविया ने 30 नवंबर को यह जानकारी दी. 

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COVID-19 का B.1.1.529 वेरिएंट (Omicron) का पहला केस पिछले हफ्ते साउथ अफ्रीका में डिटेक्‍ट किया गया था. विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (WHO) की ओर से इस वेरिएंट को 'वे‍रिएंट ऑफ कर्न्‍सन' बताया है. अब तक मिली जानकारी के मुताबिक, नए वेरिएंट कोरोना के बाकी वेरिएंट से ज्यादा संक्रामक बताया जा रहा है.  

Omicron को ज्‍यादा संक्रामक मान रहे वैज्ञानिक

कोरोना वायरस के इस नए वेरिएंट को वैज्ञानिक काफी ज्यादा संक्रामक मान रहे हैं. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने इसके पहले मामले की पुष्टि दक्षिण अफ्रीका में 24 नवंबर को की थी. इतने कम दिनों में ही 12 अन्य देशों से इसके संक्रमण के मामले सामने आ चुके हैं. इसके बारे में रेटिंग एजेंसी मूडीज का आकलन है कि एशिया-प्रशांत क्षेत्र के देशों को आने वाले हफ्तों में विशेष ध्यान रखना होगा. इसकी वजह यह है कि हांगकांग एवं ऑस्ट्रेलिया में इसके मामले सामने आ चुके हैं.  

 

Omicron वेरिएंट पर सरकार की नई गाइडलाइन

कोरोना के ओमीक्रॉन (Omicron) को देखते हुए भारत ने दूसरे देशों से आने वाले अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को लेकर नई गाइडलाइंस जारी की है. नई गाइडलाइंस 1 दिसंबर यानी बुधवार से लागू हो जाएंगी. इन गाइडलाइंस के मुताबिक अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को अपने साथ ट्रैवल हिस्ट्री और कोरोना निगेटिव रिपोर्ट साथ लेकर आनी होगी. नई गाइडलाइंस के मुताबिक, अब सभी अंतरराष्ट्रीय यात्रियों को पिछले 14 दिन की ट्रैवल हिस्ट्री देनी होगी और इसके अलावा अपने साथ कोरोना निगेटिव RT-PCR रिपोर्ट लेकर आनी होगी. केंद्र सरकार के एयर सुविधा पोर्टल पर अपलोड करनी होगी. 

गाइडलाइंस के मुताबिक, At Risk' लिस्ट वाले देशों से आने वाले यात्रियों को कोरोना टेस्ट किया जाएगा. इन यात्रियों को कोरोना टेस्ट रिपोर्ट आने तक ही एयरपोर्ट पर इंतजार करना होगा. अगर टेस्ट निगेटिव आता है तो 7 दिन का होम क्वारैंटाइन किया जाएगा. इसके बाद दोबारा टेस्ट होगा और अगर फिर भी निगेटिव आता है तो 7 दिन यात्री को अपनी हेल्थ सेल्फ मॉनिटर करनी होगी. एट रिस्क में जिन देशों को शामिल किया है, उनमें ब्रिटेन समेत सभी यूरोपीय देश, इजराइल, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, बोत्सवना, चीन, मॉरीशस, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, सिंगापुर और हांगकांग शामिल है.