अयोध्या में राम मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) बनने के साथ-साथ पूरे नगर को भी नया रूप दिया जा रहा है. उत्तर प्रदेश सरकार (Uttar Pradesh Government) ने सरयू नदी के किनारे नई अयोध्या बसाने का प्लान तैयार किया है. सरकार ने नव्य अयोध्या नगर के लिए सरयू नदी (Saryu River) के तट पर करीब 1200 एकड़ जमीन के अधिग्रहण करने के लिए नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है.

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जानकारी के मुताबिक, नव्य अयोध्या नगर (Navya Ayodhya Nagar) के लिए लखनऊ-गोरखपुर राजमार्ग के सहारे सरयू नदी तट पर 1,193 एकड़ जमीन अधिग्रहण करने के लिए सोमवार को एक नोटिफिकेशन जारी किया गया है.

4,000 करोड़ रुपये जारी

अयोध्या विकास प्राधिकरण (Ayodhya Development Authority) के उपाध्यक्ष और नगर निगम (Nagar Nigam Ayodhya) आयुक्त विशाल सिंह के मुताबिक, मांझा तिहुरा, मांझा बरहेठा और शाहनवाजपुर इलाकों में जमीन अधिग्रहण के लिए सरकार ने 4,000 करोड़ रुपये जारी किए हैं.

विशाल सिंह ने बताया कि सरकार ने उत्तर प्रदेश आवास विकास बोर्ड को नव्य अयोध्या के निर्माण के लिए नोडल एजेंसी तैनात किया है. आवास विकास बोर्ड के अधिकारियों की एक टीम कुछ शुरूआती काम के लिए अयोध्या भी पहुंच गई है.

ऐसी होगी नई अयोध्या

सरयू के तट पर बन रहे नव्य अयोध्या नगर का डिजाइन कई विशेषज्ञ इंजीनियर और वास्तुकार तैयार कर रहे हैं. नई अयोध्या नगरी के डिजाइन का जिक्र करते हुए विशाल सिंह ने बताया कि आसमान से देखने पर नव्य अयोध्या धनुषाकार दिखाई देगी. इसकी सड़कों पर बन रहे राम मंदिर (Ram Mandir) की ओर से सूरज की किरणें आती दिखाई देंगी.

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रामायण सर्किट का हिस्सा

अयोध्या, हिंदुओं के सात तीर्थस्थल (सप्तपुरी) में एक, का विकास इंटरनेशनल तीर्थ नगरी के रूप में किया जाएगा और यह स्वदेश दर्शन योजना के तहत रामायण सर्किट (Ramayan Circuit) का हिस्सा होगा. यह नगरी राम वन गमन मार्ग के जरिये चित्रकूट से जुड़ी होगी.

नव्य अयोध्या वाराणसी, इलाहाबाद और गोरखपुर के बड़े तीर्थ स्थलों से भी जुड़ी होगी.