देश की सेनाओं को युद्ध के लिए अचूक हथियार उपलब्ध कराने वाले डीआरडीओ (DRDO) ने कोरोना वायरस (Coronavirus) के खिलाफ लड़ाई में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का ऐलान किया है. स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry of Health) की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक  DRDO अगले सप्ताह से N99 मास्क का प्रोडक्शन शुरू कर देगा. ये खास तरह के मास्क होते हैं इनका इस्तेमाल कोरोना का इलाज कर रहे मेडिकल स्टॉफ द्वारा किया जा रहा है. 

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बड़े पैमाने पर मास्क का किया जा रहा है प्रोडक्शन

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक देश के अस्पतालों में 11.95 लाख N95masks स्टॉक में हैं. इसके अलावा पिछले दो दिनों के दौरान 5 लाख मास्क बांटे गए हैं. सोमवार को भी लगभग 1.40 लाख मास्क बांटे गए हैं. 2 अन्य निर्माता भी हर दिन लगभग 50,000 N95masks का उत्पादन कर रहे हैं. सरकार ने एक सप्ताह के अंदर हर दिन 1 लाख मास्क के उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है.

डॉक्टरों के काम आने वाले सूट का किया गया है इंतजाम

देशभर के अस्पतालों में डॉक्टरों और अन्य मेडिकल स्टॉफ के लिए कोरोना के इलाज में काम आने वाले 3.34 लाख कवर सूट (PPE) उपलब्ध कराए गए हैं.  इसके अलावा विश्वभर से दिए गए डोनेशन के तहत 3 लाख कवरसूट 4 अप्रैल तक अस्पतालों को दे दिए जाएंगे.

 

वेंटिलेटर्स बनाने के की गई ये प्लानिंग

कोरोना वायरस के इलाज के लिए हालत गंभीर होने पर वेंटिलेटर्स की जरूरत पड़ती है. इसको ध्यान में रखते हुए सरकार बड़े पैमाने पर वेंटिलेटर्स बनवाने का प्रयास कर रही है. स्थानीय निर्माताओं के सहयोग से भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड BEL को अगले दो महीनों में 30,000 ventilators बनाने के लिए कहा गया है. ऑटोमोबाइल निर्माताओं से भी ventilators बनाने के लिए कहा गया है. कई ऑटोमोबाइल कंपनियों ने जल्द ही वेंटिलेटर उपलब्ध कराने की बात कही है.