मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक दक्षिण पश्चिम मानसून तेजी से आगे बढ़ रहा है. ये कर्नाटक, तमिलनाडु और बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों तक पहुंच चुका है. मानसून के लिए स्थितियां बेहतर हैं और जल्द ही ये महाराष्ट्र के कुछ हिस्सों, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, सिक्किम, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के कुछ हिस्सों तक पहुंच जाएगा. 

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रिपोर्ट के मुताबिक पश्चिम विक्षोभ और राजस्थान के ऊपर बने एक सर्कुलेशन के चलते पंजाब, बिहार, पूर्वी उत्तर प्रदेश, और गुजरात के कुछ हिस्सों में बारिश दर्ज की जा सकती है. इस दौरान हवा की स्पीड 40 किलोमीटर प्रति घंटा तक रह सकती है. अंडमान और निकोबार, आंध्र प्रदेश और केरल के तटीय इलाकों में सोमवार को अच्छी बारिश दर्ज की जा सकती है. 

मौसम विभाग के मुताबिक दिल्ली और आसपास के इलाकों में सोमवार को असामान में बादल छाए रहेंगे. हवा की स्पीड 30 किलोमीटर प्रति घंटा तक हो सकती है. अधिकतम तापमान 37 डिग्री और न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस के करीब रह सकता है.

इस साल मॉनसून (Monsoon) तय समय पर केरल पहुंचा. केरल में 1.5.2020 को दक्षिण-पश्चिमी मॉनसून की बारिश शुरू हो चुकी है. समय से मॉनसून के पहुंचने पर मौसम वैज्ञानिक काफी उत्साहित हैं. मौसम विभाग का कहना है कि इस साल दक्षिण-पश्चिम मॉनसून के सामान्य रहने का अनुमान है. मॉनसून सीजन यानी जून-सितंबर के दौरान 100 फीसदी बारिश होने की उम्मीद जताई है. हर साल अप्रैल और जून में मौसम विभाग पूरे देश में मॉनसून की स्थिति का अनुमान जारी करता है.

 

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भारतीय अर्थव्यवस्था में मॉनसून का अहम रोल है. शेयर बाजार से लेकर उद्योग जगत पर मॉनसून के पूर्वानुमान का बड़ा असर पड़ता है. सीजन में अच्छी बारिश होती है तो शेयर बाजार और उद्योग जगत में उत्साह का माहौल होता है. वहीं, बारिश कम रहने की संभावना पर अर्थव्यवस्था के सुस्ती की तरफ बढ़ने की संभावना बढ़ती है. देश के होने वाली कुल बारिश का 70 फीसदी ​हिस्सा मॉनसून का होता है. वहीं, सोयाबीन, कपास, दलहन, चावल जैसी फसलों की बुआई मॉनसून पर निर्भर होती है.

 

IMD ने कुछ समय पूर्व मॉनसून की जानकारी देते हुए ने कहा था कि इस साल देश में सामान्य मॉनसून रहेगा. औसत की 100 फीसदी बारिश हो सकती है. हालांकि, इसमें +5 या -5% की गुंजाइश है. जून से सितंबर तक 100 फीसदी (सामान्य) तक बारिश हो सकती है. पांच जून से 13 सितंबर तक लगभग 100 फीसदी तक बारिश होने का अनुमान है. दूसरे चरण का पूर्वानुमान जून के पहले सप्ताह में जारी होगा.