देश को एक और कोरोना वैक्सीन जल्द ही मिलने वाली है. सूत्रों के मुताबिक माडर्ना की कोरोना वैक्सीन messenger RNA (mRNA)इस सप्ताह तक भारत आने वाली है. मॉर्डना की वैक्‍सीन 18 साल से ज्‍यादा उम्र के लोगों को इमरजेंसी इस्‍तेमाल के रूप में दी जा सकेगी.  

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माडर्ना को देश में इमरजेंसी इस्तेमाल के लिए भारत के ड्रग रेग्‍युलेटर DCGI ने 29 जनवरी को मंजूरी दी थी. फार्मा कंपनी सिप्ला (Cipla) को देश में इसे इम्पोर्ट करने की मंजूरी मिली है. यह कोविशील्‍ड, कोवैक्‍सीन और स्‍पूतनिक वी के बाद भारत में चौथी कोविड19 वैक्‍सीन होगी.

नीति आयोग के मेम्‍बर (हेल्‍थ) डॉ. वीके पॉल ने मंगलवार को बताया कि Moderna की वैक्‍सीन को मंजूरी दे दी गई है, जिसे अंतरराष्ट्रीय तौर पर डेवलप किया गया है. इस वैक्‍सीन की दो डोज दी जाएगी. डॉ. पॉल ने एक प्रेस कॉन्‍फ्रेंस में बताया था कि मॉर्डना की तरफ से उसकी भारतीय पार्टनर सिप्‍ला ने अप्‍लीकेशन दिया था, इसके बाद ड्रग रेग्‍युलेटर की ओर से मॉर्डना की कोविड19 वैक्‍सीन को इमरजेंसी इस्‍तेमाल की मंजूरी दे दी गई.

Pfizer, J&J को भी जल्‍द मंजूरी 

सरकार की अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर डेवलप की गई अन्‍य दूसरी वैक्‍सीन खासकर फाइजर और जानसन एंड जानसन के साथ बातचीत जारी है. डॉ. पॉल ने कहा कि हम वैक्‍सीन के प्रोडक्‍शन देश में भी बढ़ाने पर काम कर रहे हैं. फाइजर के साथ डील को जल्‍द ही अंतिम रूप दे दिया जाएगा. 

देश में होंगी चार वैक्‍सीन 

देश में अभी तक चार वैक्‍सीन को इस्तेमाल की मंजूरी मिली है. इनमें पहली ऑक्‍सफोर्ड एस्‍ट्रेजेनेका की कोविशील्‍ड है, जिसका प्रोडक्‍शन भारत में पुणे सीरम इंस्‍टीट्यूट कर रहा है. दूसरी वैक्‍सीन भारत बायोटेक की कोवैक्‍सीन है. इसे पूरी तरह भारत में डेवलप किया गया है. तीसरी वैक्‍सीन रूस की स्‍पूतनिक वी है, जिसे डॉ. रेड्डीज इम्‍पोर्ट कर रही है. स्‍पूतनिक का प्रोडक्‍शन भी भारत में शुरू हो गया है. इसके बाद जल्‍द ही मॉर्डना की वैक्‍सीन डोज भी उपलब्‍ध हो जाएगी.