देशभर में फैले कोरोना वायरस के कारण हुए लॉकडाउन के बीच भी छत्तीसगढ़ ने नया रिकॉर्ड बनाया है. मनरेगा योजना के तहत किए जा रहे कामकाज का 37 फीसदी हिस्सा शुरुआती दो महीनों में ही पूरा कर लिया है. मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के निर्देशों का पालन करते हुए छत्तीसगढ़ ने शानदार प्रदर्शन किया है. 

COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दो महीने में 34 फीसदी किया काम 

बता दें इस साल अप्रैल से लेकर मई तक यानी सिर्फ दो महीने में प्रदेश में काफी काम हुआ है. सरकार की ओर से तय किए गए निर्धारित लक्ष्य के विरूद्ध प्रदेश में लगभग 175 फीसदी काम हुआ है. छत्तीसगढ़ सरकार के प्रयासों से सिर्फ दो महीने के अंदर ही राज्य में सर्वाधिक परिवारों को 100 दिनों का रोजगार उलब्ध कराएं गए हैं. 

लाखों लोगों को दिया रोजगार

इसके अलावा यहां 1996 परिवारों को 100 दिन का रोजगार दिया गया है. करंट फाइनेंशियल ईयर में मनरेगा योजना के तहत अब तक लगभग 5 करोड़ 3 लाख से भी ज्यादा जरूरतमंदों को काम दिलाया गया है. इस दौरान इन लोगों को लगभग 1114 करोड़ 27 लाख रुपए का मजदूरी का पेमेंट भी किया गया है.

ग्रामीण इकोनॉमी को दी मजबूती 

कोविड-19 का संक्रमण रोकने लागू देशव्यापी लॉकडाउन होने के बाद भी प्रदेश में ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सुचारु रूप से चलाया जा रहा है. यहां रहने वाले लोगों को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े इसका भी खास ख्याल रखा जा रहा है. सरकार की ओर से चलाई जा रही मनरेगा योजना ने कमजोर वर्ग के लोगों की रोजी-रोटी को सहारा दिया है. इसके साथ ही ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूती भी दी है.

ज़ी बिज़नेस LIVE TV देखें:

ग्रामीण विकास मंत्री ने दी बधाई

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री टी.एस. सिंहदेव ने लॉकडाउन के दौरान मनरेगा में उत्कृष्ट कार्यों के लिए पंचायत प्रतिनिधियों और मैदानी अधिकारियों की पीठ थपथपाई है. इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश भर में सक्रियता एवं तत्परता से किए गए कार्यों की सराहना करते हुए सरपंचों, मनरेगा की राज्य इकाई तथा जिला एवं जनपद पंचायतों की टीम को बधाई दी है.